लखनऊ कैंट से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार और मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू अपर्णा यादव ने सोमवार को नामांकन का पर्चा भरा. इस मौके पर अपर्णा के साथ उनके पति प्रतीक यादव भी मौजूद थे. पर्चा भरने जाते समय अपर्णा ने 'आज तक' के साथ बातचीत में कहा कि उन्हें मुलायम सिंह का पूरा आशीर्वाद है. अपर्णा ने कहा कि मुलायम सिंह ने उन्हें 'विजयी भव:' का आशीर्वाद दिया है और यही उनके लिए बहुत है.
सादा जीवन, उच्च विचार से ही आगे बढ़ सकते हैं
अपर्णा बिना किसी ताम-झाम, बहुत सादगी के साथ पर्चा दाखिल करने के लिए पहुंची. इसका कारण पूछने पर अपर्णा ने कहा, 'मैं बहुत सादा हूं, मुझे यही सिखाया गया है. सादा जीवन उच्च विचार रखें तभी हम आगे बढ़ सकते हैं. जहां तक ढोल धमाकों के साथ पर्चा भरने का सवाल है तो ये चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है, जिसे हम किसी हाल में नहीं करना चाहते.'
मुलायम सिंह का पूरा आशीर्वाद मेरे साथ
यह पूछे जाने पर कि मुलायम सिंह ने समाजवादी पार्टी-कांग्रेस के गठबंधन पर सख्त नाराजगी का इजहार किया है, अपर्णा ने कहा, 'ऐसा कुछ नहीं है. उन्होंने बोल दिया होगा. आज मैंने खुद उनसे बात की है. उनका पूरा आशीर्वाद मेरे साथ है. वे हर तरह से हमारे साथ हैं. वो बड़े हैं उन्होंने विजयी भव: का आशीर्वाद दिया है, इतना ही मेरे लिए बहुत है.'
मुलायम यादव की नाराजगी के संबंध में ही जब अपर्णा के साथ मौजूद उनके पति प्रतीक यादव से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'वे बड़े हैं. नाराज होते हैं. फिर आशीर्वाद भी देते हैं. प्यार भी करते हैं. बड़ों का काम है मार्गदर्शन करना. कभी नाराज भी होते हैं लेकिन ज्यादातर प्यार ही करते हैं.'
अराजक तत्वों से सख्ती से निपटे चुनाव आयोग
थानाभवन सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुरेश राणा के इस बयान पर कि अगर वो जीते तो कैराना , देवबंद, मुरादाबाद मे कर्फ्यू लग जाएगा, के बारे में जब अपर्णा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये आचार संहिता का उल्लंघन है और इस पर चुनाव आयोग को एक्शन लेना चाहिए. अपर्णा ने कहा, 'कोई भी अराजक तत्व, चाहे किसी भी पार्टी का हो, अगर वो देश को बांटना चाहता है तो इसके लिए आचार संहिता में नियम कायदे हैं. ऐसे तत्वों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.'
अपर्णा की जीत का पति प्रतीक को 100 फीसदी भरोसा
लखनऊ कैंट सीट से अपर्णा की जीत को लेकर उनके पति प्रतीक यादव पूरी तरह आश्वस्त दिखे. प्रतीक ने कहा, 'जीत का सौ प्रतिशत भरोसा है. गठबंधन (सपा-कांग्रेस) से और मजबूती आ गई है. इन्होंने (अपर्णा) विधायक ना होते हुए भी क्षेत्र में 57 सबमर्सिबल लगाए, 250 सड़कें बनवाईं. बीते 1 साल से वो क्षेत्र में काम कर रही हैं. जनता इनके साथ है. इन्होंने बिना विधायक बने ही इतना काम कराया तो सोचिए विधायक बनने के बाद कितना काम कराएंगी.' अपर्णा जब पर्चा भरने के लिए आईं तो उनकी नन्ही बेटी प्रथमा भी उनके साथ मैौजूद थीं.