मायावती के शासन में बने पार्कों में अचानक बहार लौट आई है. अफसरों ने साढ़े 4 साल बाद पार्कों और स्मारकों की सुध लेनी शुरू कर दी है. माना जा रहा है कि सरकार बदलने की स्थिति में अधिकारी कोई रिस्क नहीं लेना चाहते.लखनऊ के 7 और नोएडा के 2 पार्कों में साज-संवार का काम चल रहा है. पिछले पांच सालों में प्रदेश सरकार ने इन्हें जिस तरह नज़रअंदाज़ किया उसके बाद यहां आने वालों की संख्या में खासी कमी आई थी लेकिन अब प्रतिमाएं चमकाई जा रही हैं.