कल होने वाली पहले दौर की वोटिंग के ठीक पहले यूपी में मुस्लिम वोटों को लेकर सियासत तेज हो गई है. अचानक एक के बाद एक मुस्लिम वोट के कई ठेकेदार सामने आ गए. पहले जामा मस्जिद के इमाम - अहमद बुखारी ने मायावती के पक्ष में वोट डालने की अपील की.इसके बाद इस तरह की अपीलों की बाढ़ लग गई. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र संघ ने भी मायावती के पक्ष में वोट डालने का आहवाहन किया और अब मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदलस्य कमाल फारूखी भी वोटों के ठेकेदार बन कर सामने आ गए. ना सिर्फ धार्मिक संगठन बल्कि सियासी दल भी खुलकर धार्मिक भावनाओं के साथ खेल रहे हैं .. कई रैलियों में मायावती ने भी खुलकर मुसलमानों को सियासी समीकरण समझाकर अपने लिए वोट मांगे हैं.