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सोनम गुप्ता की तर्ज पर नोटों पर लिखा- 'यशपाल आर्य बेवफा है'

सोनम गुप्ता की तरह ही इन दिनों उत्तराखंड में नोटों पर 'यशपाल आर्य बेवफा है' लिखा देखा जा रहा है. सोशल मीडिया पर ऐसे ही 2000 के एक नोट की तस्वीर को खूब शेयर किया जा रहा है.

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सोनम गुप्ता के बाद अब नए नोटों पर यशपाल आर्य का नाम
सोनम गुप्ता के बाद अब नए नोटों पर यशपाल आर्य का नाम

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सोनम गुप्ता को भूले तो नहीं होंगे आप. जी हां, वही सोनम गुप्ता जिस नाम ने कुछ हफ्ते पहले इंटरनेट पर तहलका मचा दिया था. नोटों पर 'सोनम गुप्ता बेवफा है' लिखा जाने लगा और उन नोटों की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया.

अब नोट पर नेता का नाम
अब उसी तर्ज पर उत्तराखंड के दिग्गज नेता यशपाल आर्य पर निशाना साधा जा रहा है. सोनम गुप्ता की तरह ही इन दिनों उत्तराखंड में नोटों पर 'यशपाल आर्य बेवफा है' लिखा देखा जा रहा है. सोशल मीडिया पर ऐसे ही 2000 के एक नोट की तस्वीर को खूब शेयर किया जा रहा है. कांग्रेस के उत्तराखंड में आईटी सेल के प्रमुख अमरजीत सिंह ने भी इसे अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. अमरजीत ने अपने ट्वीट में ये भी लिखा -"बड़े शौक से बनाया तुमने कांग्रेस में अपना घर, रहने की बारी आई तो तुमने ठिकाना भाजपा में बदल लिया."

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कांग्रेस ने साधा निशाना

यशपाल के अचानक पलटी मारने की वजह से कांग्रेस नेता उन्हें बेवफा बताते हुए जमकर निशाना साध रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि ये पूरा राज्य जानता है कि यशपाल आर्य ने बेवफाई की है, ऐसे में उनकी बेवफाई के चर्चे होना वाजिब है.

 

बीजेपी में शामिल हुए थे यशपाल
यशपाल आर्य ने हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामा है. वो एक हफ्ते पहले तक राज्य की कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. यशपाल आर्य किसी वक्त कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी विराजमान रह चुके हैं. बीजेपी ने यशपाल आर्य को बाजपुर और उनके बेटे संजीव आर्य को नैनीताल सीट से टिकट दिया है.

यशपाल आर्य कांग्रेस में रहते हुए अपने बेटे के लिए टिकट मांगने के साथ उधमसिंहनगर की सभी 9 सीटों पर टिकट बांटने की जिम्मेदारी चाह रहे थे, जिसे कांग्रेस ने मंजूर नहीं किया. इसके बाद यशपाल आर्य पाला बदल कर बीजेपी के खेमे में चले गए.

और भी हैं 'बेवफा'...
यशपाल आर्य पहले नेता नहीं हैं जिन्होंने कांग्रेस से किनारा कर बीजेपी का दामन थामा है. बीते साल 18 मार्च को कांग्रेस में हुई बगावत के दौरान 10 बागी विधायकों के पार्टी से किनारा करने की जानकारी लगभग 10 घंटे पहले ही सब को हो गई थी. लेकिन यशपाल ने अचानक फैसला लेकर पार्टी को संभलने का मौका तक नहीं दिया.

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देवभूमि में एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में जाने का सिलसिला अभी जारी है. अब देखना होगा कि कांग्रेस जब अपनी लिस्ट जारी करेगी तो उसमें दूसरी पार्टियों से आए किन बागियों को टिकट देती है. अगर ऐसा होता है तो उन बागियों के नाम के साथ भी 'बेवफा' जुड़ना तय है.

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