प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के दौरे पर हैं. देहरादून में पीएम मोदी ने चारधाम महामार्ग विकास परियोजना समेत राज्य के लिए तमाम विकास परियोजनाओं की शिलान्यास किया. प्रदेश के सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट ऑल वेदर रोड का शिलान्यास पीएम ने किया. इस योजना के तहत चारधाम के लिए ऐसी सड़कों के नेटवर्क का निर्माण क्या जाएगा, जो सभी मौसम में उपयोग लायक रहेंगी. यह प्रोजेक्ट सीधे तौर पर देश के तमाम ऐसे लोगों से जुड़ा है जो उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए आते हैं. इस अवसर पर आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि उत्तराखंड में बदलाव की बयार बह रही है. भ्रष्टाचार पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि अबकी बार चोरों के सरदार पर वार हो रहा है, अब कालाधन-कालामन दोनों बाहर होंगे.
इस रैली में काफी भीड़ देख मोदी काफी खुश हुए और उन्होंने जनता से कहा कि आप लोगों ने कमाल कर दिया. ये देव भूमि है, वीर भूमि है और वीर माताओं की भूमि है. उन्हानें कहा, 'साल 2014 में लोकसभा का चुनाव था मैं स्वयं पीएम का उम्मीदवार था तो आधा मैदान ही भरा था, आज तो इतनी भीड़ है, उस समय तो आधा मैदान भरा था तो आपने अच्छे-अच्छों को धूल चटा दिया, इस बार क्या होगा, ये जनसैलाब इतनी बड़ी तादाद में आपका आना इस बात का संकेत है कि अब उत्तराखंड विकास के लिए इंतजार नहीं करना चाहता.'
पीएम मोदी ने कहा, 'आज यहां जिस प्रकल्प का शिलान्यास हुआ है, वह उन हजारों लोगों को श्रद्धांजलि है, जिन्होंने केदारनाथ के हादसे में अपनी जिंदगी गंवा दी थी. ये शिलान्यास हर हिंदुस्तानी के मन को संतोष देने वाला है, जिसे कभी न कभी मां गंगा के तट पर आना है, जो अपने बूढ़े मां-बाप को लेकर गंगोत्री, यमुनोत्री, आना चाहता है. इससे उत्तराखंड के लोगों को रोजगार मिलेगा. अभी बद्रीनाथ-केदारनाथ यात्रा पर कोई आता है तो दो-तीन दिन खाली रखता है, लैंड स्लाइड की आशंका रहती है, अनिश्चितता रहती है. आप जिस मकसद से आते हैं उसमें हर चिंता से मुक्त रहना चाहिए, लेकिन यहां आने पर इस बात की चिंता रहती है कि कहीं लैंड स्लाइड न हो, बाधा अवरोध न हो.'
उन्होंने कहा, 'राजनेता समझ लें, वह जमाना चला गया, अब जनता सब जानती है. बिना बजट के पत्थर गाड़ते जाओगे तो इससे विकास नहीं होगा. जल्दबाजी में की गई योजनाओं से राजनीति तो चल सकती है, लेकिन समाजनीति नहीं चल सकती.'
श्रवण कुमार से की गडकरी की तुलना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'नितिन गडकरी जी दुनिया भर में जो कुछ अच्छा है उसे खोजने में लगे रहते हैं. अच्छे से अच्छा कैसे हो यह खोजते रहते हैं, सरकार बनने के समय में ही मैंने उन्हें काम दिया था, लेकिन ऐसा रास्ता बने कि आने वाले 100 साल तक किसी कठिनाई से गुजरना न पड़े, वह इस फिराक में लगे रहे. आज दुनिया भर की कंसल्टिंग एजेंसियों की मदद से ऐसी उत्तम रचना आने वाले दिनों में होगी कि जब आप उत्तराखंड की यात्रा करेंगे तो श्रवण कुमार की जगह इस सरकार और नितिन गडकरी जी को जरूर याद करेंगे.' उन्होंने कहा कि, ' इन सब पर 12 हजार करोड़ रुपये लगेगा, इसमें सीमेंट, पत्थर लगता है उसके साथ पसीना भी लगता है. कल्पना करिए कि कितने नौजवानों को रोजगार मिलेगा, उत्तराखंड में आय का सबसे बड़ा साधन यात्री हैं, टूरिज्म है. व्यवस्थाएं ठीक हों , तो हिंदुस्तान का कौन-सा परिवार यहां आकर पांच-सात दिन गुजारना नहीं चाहेगा.' प्रधानमंत्री ने कहा, 'ऐसा कहा जाता है कि पहाड़ का पानी और जवानी वहां के काम नहीं आती, लेकिन मैंने इस कहावत को बदलने का ठान लिया है, ऐसा उत्तराखंड बनाएंगे जिसमें हिमालय के लोगों को किसी और शहर न जाना पड़े'
काला धन और काला मन दोनों होंगे बाहर
प्रधानमंत्री ने कहा, 'आपने मुझे कुछ करने के लिए प्रधानमंत्री बनाया है, रिबन काटने के लिए नहीं. प्रधानमंत्री के रूप में मैंने चौकीदार का काम दिया है, अब मैं चौकीदारी कर रहा हूं तो कुछ लोगों को तकलीफ हो रही है, उनको लगता है कि ये कैसा चौकीदार है जो चोरों के सरदारों पर ही वार कर रहा है.' उन्होंने कहा कि काला धन भी जाना चाहिए और काला मन भी जाना चाहिए, दोनों ने देश बर्बाद किया है.
उत्तराखंड के स्कूटर घोटाले पर वार
उत्तराखंड के स्कूटर घोटाले पर वार करते हुए पीएम ने कहा, ' इंसान पैसे खाता है यह तो हमने सुना था, इंसान पैसे मारता है, लेकिन उत्तराखंड में तो स्कूटर भी पैसा खा जाता है. उत्तराखंड में तो स्कूटर भी चोरी करता है. यहां पांच लीटर की टंकी वाले स्कूटर में 35 लीटर पेट्रोल भरवाया गया. इसी दुराचार, भ्रष्टाचार ने भारत जैसे सोने की चिड़िया को बर्बाद किया है. इसलिए मुझे आपका साथ चाहिए. ये लूट-खसोट बंद होना चाहिए. ये भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जाली नोट बंद होने चाहिए. आठ नवंबर की रात से आतंकवाद, जाली नोट, ड्रग माफिया सब पलभर में तबाह हो गए, ये सारे फैसले देश का उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए लिए गए हैं. देश की हमारी आम जनता ईमानदारी के साथ है, लेकिन कुछ मुट्ठीभर बेइमानों ने देश को बर्बाद किया है. उत्तराखंड को तबाह करके रख दिया है, उत्तराखंड को इन मुसीबतों से बाहर निकालना है तो डबल इंजन चाहिए, एक इंजन दिल्ली का और दूसरा देहरादून का. दिल्ली में तो इंजन है ही केंद्र में बीजेपी के रूप में, आप देहरादून में भी बीजेपी का इंजन लगा दीजिए तो आपको विश्वास दिलाता हूं कि उत्तराखंड का पूरा विकास होगा.
इसके पहले प्रधानमंत्री ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर बताया था कि उत्तराखंड में जिन प्रोजेक्ट का उद्घाटन होगा उनमें मौजूदा राजमार्गों का कम से कम 10 मीटर तक चौड़ीकरण, 13 बाइपास निर्माण, दो सुरंगों और 25 बड़े पुलों का निर्माण शामिल है. चारधाम राजमार्ग विकास कार्यक्रम के तहत कुल 900 किमी सड़कों का निर्माण होगा , जिनके द्वारा उत्तराखंड के पवित्र तीर्थों को जोड़ा जा सकेगा. इस प्रोजेक्ट के जरिए कहीं न कहीं पीएम मोदी एक तरफ चुनावी तीर चलाना चाहते हैं तो वहीं दूसरी ओर हरीश रावत इसे अपने हाथ से निकलता हुआ एक मौका समझ रहे हैं. चारधाम में उत्तराखंड के चार प्रसिद्ध तीर्थस्थान केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री आते हैं.इस परियोजना से चारों स्थानों पर सभी मौसमों में अबाधित यात्रा सुनिश्चित हो सकेगी. केंद्र ने इसके लिए सीधे 11,500 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं.