उत्तराखंड में वैसे तो कांग्रेस से बीजेपी में गए सभी 11 बागियों की सीट पर चुनाव इस वक्त सबसे कड़ा और बड़ा माना जा रहा है. हरीश रावत से लेकर प्रदेश की जनता यही सोच रही है कि क्या बीजेपी का भला ये 11 विधायक कर पाएंगे. इन सबके बीच अगर कोई सीट सबसे ज्यादा चर्चा में है तो वो है उत्तराखंड की कोटद्वार सीट.
नेगी ने हराया था खंडूरी को
यही वह सीट है जिस पर कांग्रेस से बागी हुए कद्दावर नेता हरक सिंह रावत कमल के निशान पर चुनाव लड़ रहे हैं तो दूसरी ओर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी कांग्रेस की ओर से मोर्चा जमाए हुए हैं. आपको याद दिला दें कि ये वही नेगी हैं जिन्होंने 2012 के चुनाव में कोटद्वार सीट से भाजपा के मुख्यमंत्री रहे जनरल भुवन चंद्र खंडूरी को हरा कर एक नया इतिहास उत्तराखंड में रचा था.
नेगी के कदम से आया था राजनीतिक भूचाल
ये सीट इसलिए कई मायने में कांग्रेस और बीजेपी के लिए खास है क्योंकि इस बार यहां से बागियों में सबसे ज्यादा चर्चित रहे हरक सिंह रावत बीजेपी के टिकट से लड़ रहे हैं. वही हरक सिंह रावत जिन्होंने 2016 में मार्च महीने में उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल मचाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई थी. उत्तराखंड में पौड़ी रुद्रप्रयाग और लैन्सडाउन जैसी सीट से जीत चुके हरक के लिए इस बार कोटद्वार सीट पूरी तरह से नई है.
नेगी को जनता से है उम्मीद
बागी होने का डंक कहीं ना कहीं रावत के साथ चल रहा है इसके साथ ही उनके सामने खड़े कांग्रेस सरकार में मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने भी पूरी ताकत रावत को चारों खाने चित करने में लगा दी है. जनता भी इस बार इस टेंशन में हैं कि वे किसको चुनें क्योंकि दोनों ही नेता उनके अपने से हैं.
सुरेंद्र सिंह नेगी जनता के बीच अपने कार्यकाल की दुहाई लेकर जा रहे हैं. उन्हें लगता है कि जनता उन्हें इस बार भी जीत की चौखट पर ले जाकर सेवा का मौका देगी. इसके अलावा वे हरक पर कटाक्ष करके भी जनता के दिलों में जगह बना रहे हैं. दूसरी ओर हरक सिंह भी पलटवार करने से पीछे नहीं हैं.
नेगी को बीजेपी की लहर से उम्मीद
दबंग छवी और रोबदार अंदाज से भले ही हरक हमेशा से चर्चा में रहे हों लेकिन इस बार उनकी एक और छवि जनता के सामने है वो है बागी की छवि. सरकार से अलग होकर बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ रहे हरक दिन-रात यहां प्रचार में लगे हुए हैं. पहाड़ी और प्लेन वोटरों के बीच तालमेल कैसे बिठाना है इसके लिए हरक बड़ी बारीकी से कोटद्वार में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. हरक सिंह रावत मानते हैं कि इस बार कोटद्वार में ही नहीं पूरे उत्तराखंड में बीजेपी की लहर है और कोटद्वार से वे भारी मतों से जीत कर आ रहे हैं.
इमोशनल कार्ड खेल रहे नेता
कोटद्वार ने स्वास्थ्य मंत्री तो दिया लेकिन कहा ये भी जा रहा है कि मंत्री जी कोटद्वार की तबियत को ठीक नहीं कर पाए. जीत की खातिर हरक और नेगी, दोनों जनता के बीच इमोशनल कार्ड खेलने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. हरक जहां आए दिन आंसू बहा कर जनता को अपनी तरफ आकर्षित करना चाहते हैं वहीं नेगी भी उनसे पीछे नहीं हैं. वे भी घर-घर जाकर जनता को लुभाने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं. लेकिन, जनता की मानें तो वो सभी से नाखुश है, जहां स्वास्थ्य मंत्री उनका इलाज करवाने में भी सक्षम नजर नहीं आए.
आजादी के बाद से अब तक रहा 'ठाकुर' का कब्जा
इस सीट पर सबसे खास बात ये है कि आजादी के बाद से अब तक इस सीट पर अगर कोई जीता है तो ठाकुर ही जीता है. कई लोगों ने किस्मत आजमाई लेकिन जनता ने सिर्फ ठाकुर को ही विधायक बनाया है. सुरेंद्र सिंह नेगी से लेकर शैलेंद्र रावत तक जो भी विधायक यहां बना वो ठाकुर ही बना. इस बार दोनों ठाकुर मैदान में है और जनता किसको ताज से नवाजती है ये आने वाली तारीख 11 मार्च ही बताएगी.