Uttarakhand Assembly Elections: भगवानपुर उत्तराखंड राज्य में हरिद्वार जिले का एक कस्बा और तहसील है. इसकी स्थापना पुराने समय के जमींदार भगवान ने की थी. यह उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से 57 किलोमीटर दूर है. यह इस क्षेत्र का व्यावसायिक केंद्र है. वर्तमान में यह उत्तराखंड के औद्योगिक क्षेत्रों में से एक है. भगवानपुर उद्योग संघ का गठन साल 2006 में हुआ था. यह वह समय था, जब उत्तराखंड भारत के औद्योगिक मानचित्र पर खुद को स्थापित कर रहा था. उत्तराखंड सरकार ने सिडकुल और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की और निजी भूमि को उद्योग स्थापित करने के लिए पात्र घोषित किया. आज यहां कई बड़े उद्योग स्थापित हैं.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
भगवानपुर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. भगवानपुर विधानसभा को राकेश परिवार की राजनीति का गढ़ माना जाता है. इस विधानसभा सीट से 2007 और 1012 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर सुरेंद्र राकेश विधायक निर्वाचित हुए थे. उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सुरेंद्र के निधन से रिक्त हुई सीट पर 2015 में उपचुनाव हुए थे. 2015 के उपचुनाव में इस सीट से सुरेंद्र राकेश की पत्नी ममता राकेश कांग्रेस के टिकट पर पहली दफे विधायक निर्वाचित हुई थीं.
2017 का जनादेश
भगवान विधानसभा सीट से साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने ममता राकेश को टिकट दिया. ममता राकेश के सामने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उनके देवर सुबोध राकेश को उम्मीदवार बना दिया था. एक ही छत के नीचे रहने वाले दो उम्मीदवारों की टक्कर में कांग्रेस की ममता ने बाजी मारी. कांग्रेस की ममता राकेश ने बीजेपी के सुबोध राकेश को 2513 वोट के अंतर से हरा दिया था. ममता राकेश को कुल 44,882 और बीजेपी के सुबोध राकेश को 42,369 वोट मिले थे.
भगवानपुर सीट से 2022 में भी देवर और भाभी एक दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेंगे. इस बार जहां ममता राकेश फिर से कांग्रेस के टिकट पर अपनी किस्मत आजमाएंगी. वहीं, उनके देवर सुबोध राकेश बीजेपी की बजाए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरेंगे.
सामाजिक ताना-बाना
भगवानपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में स्थित है. इस विधानसभा क्षेत्र में करीब सवा लाख मतदाता हैं. अनुसूचित जाति के मतदाताओं की बहुलता वाले इस विधानसभा क्षेत्र में अन्य पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्ग के मतदाता भी चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.
विधायक का रिपोर्ट कार्ड
भगवानपुर विधानसभा सीट से विधायक कांग्रेस की ममता राकेश सहारनपुर की रहने वाली हैं. उनका जन्म 26 जून 1973 को सहारनपुर के बेहट गांव में हुआ था. उनके पिता का अजीत सिंह हैं. ममता राकेश के पिता स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त हैं. ममता राकेश English से MA और बीएड हैं. पढ़ाई के दौरान ही ममता राकेश की सुरेंद्र राकेश के साथ शादी हो गई थी. शादी के बाद ममता भगवानपुर आ गईं. सुरेंद्र राकेश शादी के वक्त सरकारी शिक्षक थे. सुरेंद्र राकेश के पिता कली राम राकेश ब्लॉक प्रमुख रहे थे. पिता के कारण राकेश का परिवार राजनीति से हमेशा जुड़ा रहा. ममता राकेश की छवि सरल और सहज नेता की है.