दिवंगत CDS जनरल बिपिन रावत के छोटे भाई कर्नल विजय रावत (सेवानिवृत्त) बीजेपी में शामिल हो गए हैं. उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दिल्ली में मुलाकात भी की है. बता दें कि उत्तराखंड में अगले महीने 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे.
आजतक से खास बातचीत में विजय रावत ने कहा भी कि मैं बीजेपी के लिए काम करना चाहता हूं. वह बोले कि हमारे परिवार की विचारधारा बीजेपी से मिलती है. अगर बीजेपी कहेगी तो चुनाव भी लड़ूंगा.
हेलिकॉप्टर क्रैश में हुआ बिपिन रावत का निधन
बता दें कि 8 दिसंबर को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 12 अन्य की मौत हो गई थी. उस वक्त रावत वायुसेना के Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर में सवार थे. हादसा तमिलनाडु के कुन्नूर में हुआ था. इस हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एकमात्र जिंदा बचे थे, जिनका निधन भी 15 दिसंबर को हो गया.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को ऐसे चेहरों की तलाश है जो देशभक्ति के थर्मामीटर पर बीजेपी का पैरामीटर छू पाएं. उत्तरांखड और पंजाब दोनों राज्यों में बीजेपी को दो ऐसे ही चेहरे अपने साथ जोड़ने में कामयाबी मिली है.
पूर्व सेना प्रमुख जेजे सिंह बीजेपी में आए
दिवंगत सीडीएस जनरल विपिन रावत के छोटे भाई उत्तराखंड में बीजेपी के मंच पर आ गए हैं तो दूसरी तरफ पंजाब में पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल जेजे सिंह ने आज ही बीजेपी का मोर्चा संभाल लिया. पूर्व सेना प्रमुख जनरल जोगिंदर जसवंत सिंह (JJ Singh) ने साल 2018 में शिरोमणि अकाली दल का दामन छोड़ दिया था. वह 2017 में अकाली दल से जुड़े थे. उन्होंने पटियाला से कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ विधानसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन तब वह हार गए थे.
जनरल रावत पीएम नरेंद्र मोदी के बेहद खास माने जाते थे. उनका चेहरा उत्तराखंड बीजेपी के लिए बिना कुछ कहे सुने भी बेहद मददगार माना जाता था. कुन्नूर हादसे में उनके निधन के बाद बीजेपी ने उनके छोटे भाई कर्नल विजय रावत को चुना है. बता दें कि कर्नल विजय रावत से बीजेपी दिग्गजों की चर्चा कई बार हो चुकी है.
विजय रावत ने सेना में कई जगह काम किया
कर्नल विजय रावत का जन्म 4 जुलाई 1962 देहरादून में हुआ. एनडीए से 1981 में पास आउट हुए. इंजीनियरिंग करने के बाद वे सेना की ईएमई में शामिल हुए. सेना में कई जगह काम किया. सिक्किम, कश्मीर और राजस्थान सरहद पर सेना में काम किया. सेना में 34 साल सेवा करने के बाद वे सेवानिवृत हुए. परिवार की परम्परा को निभाते हुए कर्नल विजय रावत का बेटा सीडीएस जनरल बिपिन रावत की 5/11 गोरखा राइफ़ल में कैप्टन के पद पर कार्यरत है.
वहीं इस मुलाकात के बाद सीएम धामी ने ट्वीट किया, दिल्ली में देश के प्रथम CDS और उत्तराखंड के अभिमान स्वर्गीय बिपिन रावत के भाई कर्नल विजय रावत जी से भेंट की. बिपिन रावत व उनके परिवार द्वारा की गई राष्ट्रसेवा को हमारा नमन है. मैं सदैव उनके सपनों के अनुरूप उत्तराखण्ड बनाने हेतु कार्य करता रहूंगा. इसे मुख्यमंत्री धामी का एक अहम कदम माना जा रहा है. वह खुद भी सैनिक के बेटे हैं. सीडीएस जनरल रावत के निधन के बाद उन्होंने कई मंचों से उन्हें अपना अभिभावक बताया था.