हरीश रावत (Harish Rawat) उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 से दूरी बना सकते हैं. सीनियर नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनाव ना लड़ने का संकेत दिया है. हालांकि, रावत ने कहा कि आखिरी फैसला कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (CEC) ही लेगी. बता दें कि यह पहले ही साफ हो चुका है कि कांग्रेस उत्तराखंड में हरीश रावत के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी.
इससे पहले खबरें थीं कि कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत डीडीहाट सीट से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. पिथौरागढ़ में कांग्रेस नेताओं की बैठक में यह फैसला लिया गया था. इस प्रस्ताव को कांग्रेस आलाकमान के पास भी भेजा गया था. डीडीहाट से भाजपा के कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल 5 बार से विधायक हैं. यहां कांग्रेस के सभी दावेदारों ने हरीश रावत को चुनाव लड़ाने का फैसला किया है.
हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य चुनाव जीतना है. फिलहाल उनके पास कैंपेन करने वाले नेताओं की कमी है. कहा गया कि कांग्रेस के पास राहुल गांधी हैं, जिनको सभी पांच राज्यों में चुनाव प्रचार करना होगा. वहीं प्रियंका गांधी पर यूपी की जिम्मेदारी हैं और उत्तराखंड में पार्टी के पास 'लोकल कनेक्ट' के नाम पर बड़ा चेहरा हरीश रावत यानी उन्हीं का बचता है. फिर भी पार्टी कहेगी तो वह चुनाव लड़ेंगें.
उत्तराखंड में 14 फरवरी को वोटिंग
उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को मतदान किया जाएगा. 10 मार्च को पांचों राज्यों (उत्तराखंड के साथ पंजाब, यूपी, मणिपुर और गोवा) के वोटों की गिनती की जाएगी.