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Uttarakhand: प्रचार के आखिरी दिन हरीश रावत बोले- चुनाव में जनरल बिपिन रावत का नाम भुनाने की कोशिश कर रही है BJP

चुनाव प्रचार के आखिरी दिन हरीश रावत ने कहा कि टाइम आता है जब नई पीढ़ी को कमान सौंपने चाहिए और मैं उचित समय पर वो फैसला लूंगा. प्रधानमंत्री मेरे कामों की दुहाई दे रहे हैं, चाहे वो चार धाम हो या सड़कें. ये सब काम मेरे कार्यकाल में किए गए हैं 

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Uttarakhand Assembly Election- Harish rawat
Uttarakhand Assembly Election- Harish rawat
स्टोरी हाइलाइट्स
  • धामी चुनाव हार रहे हैंः हरीश रावत
  • 14 फरवरी को यहां मतदान होना है

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में महज दो दिन बचे हैं. 14 फरवरी को यहां मतदान होना है. उससे पहले सूब के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी चुनाव हारने जा रहे हैं.

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चुनाव प्रचार के आखिरी दिन हरीश रावत ने कहा कि टाइम आता है जब नई पीढ़ी को कमान सौंपने चाहिए और मैं उचित समय पर वो फैसला लूंगा. प्रधानमंत्री मेरे कामों की दुहाई दे रहे हैं, चाहे वो चार धाम हो या सड़कें. ये सब काम मेरे कार्यकाल में किए गए हैं

उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि इनके पास कोई चेहरा नहीं है. उत्तराखंड में तीन सीएम रहे और भ्रष्टाचार, खनन, बेरोजगारी अपने चरम पर थी. चुनाव में जनरल रावत के नाम पर भावनाएं भुनाने की कोशिश हो रही है, लेकिन मेरे परिवार में भी सैनिक हैं. उत्तराखंड देशभक्ति का इलाका है और हम सबके मन में देशभक्ति भरी है. 

हरीश रावत वो नाम, जो ब्लॉक लेवल की राजनीति से केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री तक बना.. 

वहीं, कांग्रेस में अंदरूनी लड़ाई पर कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. हल्की बातें तो मैनेज कर ली जाती हैं. बता दें कि इस बार हरीश रावत लालकुआं सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उत्तराखंड के रण में हरीश रावत की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि वो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. फिलहाल प्रदेश में उनके जितना सियासी अनुभव वाला कोई नेता कांग्रेस के पास नहीं है. 3 बार मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष रहे हरीश रावत उत्तराखंड में कांग्रेस की रीढ़ माने जाते हैं. 

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