देव भूमि में अगले साल होने वाले चुनावी दंगल से पहले मंगलवार को देहरादून में ''पंचायत आज तक उत्तराखंड" कार्यक्रम का आयोजन हुआ. आज तक के इस खास कार्यक्रम में उत्तराखंड के कई सियासी दिग्गज जुटे.
इस चुनावी महापंचायत में सिसायी दिग्गजों ने अपनी बातें बेबकी के साथ रखीं और एक-दूसरे पर जमकर निशाना भी साधा. लेकिन कार्यक्रम के बाद जो नजारा दिखा वो बेहद दिलचस्प रहा. खाने की टेबल पर 'तीन रावत' एक साथ बैठे और डिनर किया.
हालांकि डिनर पार्टी से पहले पंचायत आज तक के मंच पर हरीश रावत, हरक सिंह रावत और त्रिवेंद्र रावत ने एक-दूसरे की खिंचाई में कोई कमी नहीं छोड़ी. हरक सिंह ने जहां कांग्रेस को राजनेताओं की पार्टी बताया, वहीं हरीश रावत ने बीजेपी को मांसाहारी पार्टी कहा. इस आरोप-प्रत्यारोप में त्रिवेंद्र रावत भी पीछे नहीं रहे.
Rawat cube. Uttarakhand is among the few states in the country where leaders of the opposition and the government would agree to break bread on the same table. Sidelines of @aajtak #PanchayatAajTakDehradun High powered dinner table. Three high powered Rawat leaders in one frame. pic.twitter.com/vYQsDHltRD
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) December 28, 2021
कांग्रेस विशुद्ध शाकाहारी पार्टी है: हरीश रावत
हरीश रावत ने कहा कि जिस समुद्र में हमें तैरना है, उसमें सत्ता ने मगरमच्छ छोड़ रखे हैं. सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स ये मगरमच्छ हैं. उन्होंने कहा कि चुनावी राज्यों में जैसे कार्रवाई चल रहा है, मैं कैसे अछूता रह सकता हूं. एक तरफ वे मगरमच्छ हैं तो दूसरी तरफ हाथ पैर बांधकर नहीं तैरा जा सकता. गृह मंत्री आए और मुझे याद किया हम उसके लिए आभारी हैं. मगरमच्छ भारतीय जनता पार्टी के लिए हैं. कांग्रेस गांधी की पार्टी है जो हे राम में विश्वास रखती है. फूल हमारे स्वभाव में है. बीजेपी मांसाहारी पार्टी है. कांग्रेस विशुद्ध शाकाहारी पार्टी है.
मेरी रगों में बीजेपी का खून है: हरक सिंह रावत?
हरक सिंह रावत ने कहा कि 20 साल कांग्रेस में रहा हूं, कुछ दिन भी कहीं रह लो, तो लगाव हो जाता है, लेकिन मेरी रगों में बीजेपी का खून है. 2007 में जब विपक्ष का नेता बना तब मैंने यशपाल आर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाने में मदद की. दूसरों के लिए जो अच्छी वकालत कर सकता है वो अपनी वकालत अच्छे से नहीं कर पाते. दो दफे मुख्यमंत्री बदलने से जुड़े सवाल पर हरक सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस ने भी विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री बनाया और बाद में हरीश रावत को बनाया. बीजेपी ने भी यही किया. कांग्रेस नेताओं की पार्टी है, बीजेपी कार्यकर्ताओं की पार्टी है. कांग्रेस में सबकुछ खुद ही कंधे पर उठाना पड़ता है.
कांग्रेस में 90 तो बीजेपी में 10 प्रतिशत होगा आपसी विवादः त्रिवेंद्र रावत
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पुष्कर सिंह धामी सीएम चेहरा होंगे और उन्हीं के नेतृत्व में पार्टी चुनाव लड़ेगी. लगातार हो रहे इस्तीफे और पार्टी में मतभेद पर रावत ने कहा कि कांग्रेस जैसा बीजेपी में घमासान नहीं है. अगर कांग्रेस में 90 फीसदी है तो बीजेपी में 10 प्रतिशत ही होगा. अपने कार्यकाल को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमने भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने की कोशिश की है. 4 साल में हमने ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं.