Panchayat Aaj Tak 2021 Uttarakhand: उत्तराखंड में कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले देहरादून में ''आज तक'' का महामंच ''पंचायत आज तक उत्तराखंड'' सज चुका है. ''पंचायत आज तक उत्तराखंड'' के इस मंच पर ''हिंदुत्व का मुद्दा'' सेशन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और भू कानून अध्ययन समिति के सदस्य अजेंद्र अजय, आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया और कांग्रेस के विधायक काजी निजामुद्दीन ने शिरकत की.
बीजेपी के समर्थन में बात रख रहे अजेंद्र अजय ने कांग्रेस को धर्म के नाम पर घेरा तो कांग्रेस नेता काजी निजामुद्दीन के विकास का एजेंडा आगे रखा. इस बीच चर्चा के दौरान अजेंद्र अजय विकास के काम गिनाने के सवाल पर कहने लगे कि वो किसी दूसरे टॉपिक पर बहस के लिए आए थे. इस टिप्पणी पर काजी निजामुद्दीन ने चुटकी लेते हुए कहा कि विकास की बात इनके लिए आउट ऑफ सिलेबस है.
अजेंद्र अजय ने कांग्रेस को बताया गुनहगार
हिंदुत्व के सवाल पर अजेंद्र अजय ने कहा कि बीजेपी कभी धर्म के आधार पर राजनीति नहीं करती. बीजेपी सांप्रदायिक आधार पर हिंदुत्व को नहीं मानती. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि हिंदुत्व जीवनशैली है. हमारे लिए भी हिंदुत्व यही रहा है और ये मुद्दा रहेगा. उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर राजनीति की बात करें तो सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस सबसे बड़ी गुनहगार है. कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश का विभाजन कर दिया.
अजेंद्र अजय ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि इनको जय श्रीराम के नारे से क्या दिक्कत है. इनको बाबर से जुड़ने में कोई दिक्कत नहीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी रही. इनके मुंह से भ्रष्टाचार की बात अच्छी नहीं लगती. अजेंद्र अजय ने कहा कि हरीश रावत उत्तराखंडियत की बात करते हैं, वो कौन सी उत्तराखंडियत है. उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे लेकर समिति बनाई है. सरकार निर्णय लेगी.
उत्तराखंड को ले जाना चाहते हैं अमन-चैन की तरफ: काजी निजामुद्दीन
कांग्रेस के विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि महंगाई, रोजगार, विकास हमारा चुनावी मुद्दा होगा. हरिद्वार महाकुंभ का जिक्र करते हुए उन्होंने घोटाले का आरोप लगाया और कहा कि वहां पूरी दुनिया से हिंदू ही आने थे लेकिन आवंटित 1200 में से सौ करोड़ भी सरकार खर्च नहीं कर सकी. हम चार धाम यात्रा को सुगम बनाने पर ध्यान देंगे. बीजेपी नेता के धर्म की राजनीति की आरोप पर केदारनाथ का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस अगर मुसलमानों की राजनीति करती तो केदारनाथ से विधायक कैसे जिताती.
कांग्रेस नेता काजी निजामुद्दीन ने कहा कि हम उत्तराखंड को नफरत के कांटे बोए जाने की तरफ नहीं ले जाना चाहते. हम अमन-चैन के मॉडल की तरफ ले जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यहां विकास के मसले पर चुनाव होगा और इसी की बात करिए. गणेश गोदियाल को गणेश के तौर पर पेश करने को लेकर उन्होंने कहा कि नाम को लेकर ये हल्की बातें होती रहती हैं. काजी निजामुद्दीन ने कहा कि हमारे पास बीजेपी के एजेंडे पर बात करने के लिए टाइम नहीं है. हमें उत्तराखंड के बेरोजगारों की चिंता है.
डेमोक्रेटिक प्रॉसेस में नहीं है सरकार का भरोसा
काजी निजामुद्दीन ने सरकार पर आरोप लगाया कि इनका भरोसा डेमोक्रेटिक प्रॉसेस में नहीं है. आज तक विधानसभा में प्रश्नकाल ही नहीं हुआ. निजामुद्दीन ने विधायकों के पाला बदलने को स्वीकार करते हुए कहा कि पिछले कुछ साल में लोकतंत्र कमजोर हुआ है. हम ऐसे लोगों का चयन करने पर ध्यान देंगे जिनकी निष्ठा पार्टी के साथ बनी रहे.
विकास के मुद्दे पर बात, सुनिए क्या बोले @qazinizamuddin, @AjendraAjay और @DineshMohaniya #PanchayatAajTakDehradun #Uttarakhand #UttarakhandElections | @ArpitaArya pic.twitter.com/N7N4zeg6MU
— AajTak (@aajtak) December 28, 2021
खरीद-फरोख्त से जुड़े सवाल पर निजामुद्दीन ने कहा कि आठ विभागों के मंत्री यशपाल आर्य छोड़कर विपक्ष में आ गए. कौन खरीद-फरोख्त से छोड़ के आएगा. उन्होंने लोकायुक्त बिल का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ये बिल लेकर आई थी. इन्होंने उसे वापस लेकर सौ दिन में लोकायुक्त लाने की बात की थी. विधानसभा में पेश भी किया लेकिन अचानक इसे स्टैंडिंग कमेटी को सौंप दिया गया और हम आजतक इसे ढूंढ रहे हैं कि कहां है लोकायुक्त.
कांग्रेस शासित राज्यों में विपक्ष के रूप में बीजेपी नाकाम
केदारनाथ त्रासदी का जिक्र करते हुए निजामुद्दीन ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की लाइफलाइन है. जब हरीश रावत मुख्यमंत्री बने तब ये यात्रा ठप थी और प्रदेश त्रासदी से गुजर रहा था. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई नहरें बंद हैं. पीएम ने कृषि सिचाई योजना लॉन्च की थी. पांच साल में इस योजना से एक रुपये प्रदेश को नहीं मिली. भावनाओं में मत बहाइए, सिंचाई-रोजगार और महंगाई को मुद्दा बनाइए. निजामुद्दीन ने कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारों के कामकाज से संबंधित सवालों पर कहा कि वहां विपक्ष के तौर पर आप नाकाम हैं. हम जागरूक विपक्ष हैं. हम तो सरकार से सवाल पूछेंगे.
उत्तराखंड में प्रचंड बहुमत की सबसे कमजोर सरकार
निजामुद्दीन ने बीजेपी की उत्तराखंड सरकार को देश में प्रचंड बहुमत की सबसे कमजोर सरकार बताया. काजी निजामुद्दीन ने बीजेपी की सरकार को नाकाम बताया और कहा कि इस सरकार में पहली बार पुलिसकर्मियों के परिजनों को धरने पर बैठा दिया. ये विकास और स्वास्थ्य छोड़कर कहीं भी बोल जाते हैं. क्या उत्तराखंड का भी मुस्लिम मुख्यमंत्री होना चाहिए, इस सवाल पर काजिम ने कहा कि कोई जाति या धर्म से कांग्रेस में तो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नहीं बन सकता. काबिलियत होगी तो जरूर बनेगा. उन्होंने कहा कि हम हरीश रावत के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं. जब बहुमत मिलेगा तो विधायक आलाकमान के साथ मिलकर अपने मुख्यमंत्री का चयन करेंगे.
रोज-रोज इंजन बदल रही डबल इंजन की सरकार
आम आदमी पार्टी (एएपी) के दिनेश मोहनिया ने कहा कि बीजेपी जो नफरत की खेती आज कर रही है, इनके लिए आज सत्ता दिला सकती है लेकिन देश का नुकसान होगा. उन्होंने उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने की बात की. दिनेश मोहनिया ने एएपी का एजेंडा बताते हुए कहा कि हम विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य के मसले को लेकर जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके जीते विधायक कब बीजेपी में शामिल हो जाएं, इसी का कोई भरोसा नहीं है. इनका विधायक बीजेपी में शामिल नहीं होगा, इसकी क्या गारंटी है. एएपी के दिनेश मोहनिया ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार रोज-रोज इंजन बदल दे रही है.