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देहरादून: PM मोदी के भाषण में मुफ्त बिजली का जिक्र, बिना नाम लिए राजनीतिक दलों पर हमला

प्रधानमंत्री मोदी ने आज दिल्ली से देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर का शिलान्यास किया. इसके बनने से यह दूरी 6 घंटे की जगह 2.5 घंटे में पूरी की जा सकेगी. इससे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के साथ साथ इस रूट पर चलने वाले सभी यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 18000 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात
  • बनेगा दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा
  • चुनाव से पहले पीएम मोदी की यात्रा

उत्तराखंड चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी आज देवभूमि उत्तराखंड के दौरे पर गए. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में उन्होंने 18000 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने इस दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की सरकार ने पांच साल में उत्तराखंड के लिए 1 लाख करोड़ रुपये की योजनाएं स्वीकृत की है. उन्होंने कहा कि जो लोग ये पूछते थे कि उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार क्या कर रही है. वे आज देख सकते हैं कि डबल इंजन की सरकार में उत्तराखंड की तस्वीर कैसे बदल रही है.

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मुफ्त बिजली पर खरी खरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून से विपक्षी दलों पर हमला किया. पीएम ने कहा कि अब ये नीति बन गई है कि जनता कभी मजबूत न हो जाए. ये चाहते हैं कि जनता जनार्दन हमेशा मजबूर बने रहें. उन्हें आश्रित बनाकर रखो. इनके सारे प्रयास इसी दिशा में रहे कि जनता जनार्दन को ताकतवर नहीं बनने देना है. दुर्भाग्य से, इन राजनीतिक दलों ने लोगों में ये सोच पैदा कर दी कि सरकार ही हमारी माई-बाप है, जब सरकार से मिलेगा, तभी हमारा गुजारा चलेगा. लोगों के मन में ये घर कर गया. 

यानि एक तरह से देश के सामान्य जन का स्वाभिमान, उसका गौरव कुचल दिया गया, उसे आश्रित बना दिया गया और दुखद ये कि जनता पता भी नहीं चला. पीएम ने कहा कि इस सोच, इस अप्रोच से अलग, हमने एक अलग रास्ता चुना. कठिन मार्ग है, मुश्किल है, लेकिन देशहित में है, देश के लोगों के हित में है. ये मार्ग है - सबका साथ-सबका विकास. पीएम ने कहा कि हमने तय किया कि जो भी योजना लाएंगे, सबके लिए लाएंगे और बिना भेदभाव लाएंगे. 

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हमने ऐसी योजनाएं लाई जो भले ही वोट बैंक के तराजू में ठीक न बैठे हों, लेकिन बिना भेदभाव सबके जीवन को आसान बनाएगी. आपको ताकतवर बनाएगी. पीएम ने कहा कि आप नहीं चाहेंगे कि आपके बच्चों के लिए ऐसा वातावरण छोड़े जो उनके भविष्य को कमजोर कर सके. हम आपको आश्रित नहीं आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं. 

पीएम ने कहा कि हमारा अन्न दाता ऊर्जा दाता बने, इसके लिए हम खेतों के किनारे, मेड़ पर सोलर पैनल लगाने की योजना लेकर आए. इससे किसान को खेत में बिजली पैदा करने की सुविधा आई. उसे खेतों से ही बिजली मिलने लगा. पीएम मोदी ने किसी का जिक्र किए बिना कहा कि इस परियोजना से किसान खुद बिजली पैदा करने लगा. उसके मन में ये बात नहीं आई कि वो मुफ्त बिजली ले रहा है. न ही देश पर किसी तरह का भार पड़ा. वो एक तरह से आत्मनिर्भर हुआ. फिर ये योजना देश के कई हिस्सों में लागू की गई. 

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने देश भर में बिजली बिल से राहत देने के लिए उज्ज्वला योजना शुरू की. इससे लोगों को बिजली बिल से राहत मिली. बता दें कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने ऐलान किया है कि अगर उत्तराखंड में उनकी पार्टी की सरकार बनती है तो 300 यूनिट तक वे फ्री बिजली देंगे.  

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सेना को हतोत्साहित करने की कसम खा रखी थी

पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि वन रैंक, वन पेंशन हो, आधुनिक अस्त्र-शस्त्र हो, आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देना हो, जैसे उन लोगों ने हर स्तर पर सेना को हतोत्साहित करने की कसम खा रखी थी. आज जो सरकार है वो दुनिया के किसी देश के दबाव में नहीं आ सकती. हम राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम के मंत्र पर चलने वाले लोग हैं. 
 

कहां 288 km सड़क, कहां 2000

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि साल 2007 से 2014 के बीच जो केंद्र की सरकार थी, उसने सात साल में उत्तराखंड में केवल 288 किलोमीटर नेशनल हाईवे बनाए. जबकि हमारी सरकार ने अपने सात साल में उत्तराखंड में 2 हजार किलोमीटर से अधिक लंबाई के नेशनल हाईवे का निर्माण किया है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पहाड़, हमारी संस्कृति, आस्था के गढ़ तो हैं ही, ये हमारे देश की सुरक्षा के भी किले हैं. पहाड़ों में रहने वालों का जीवन सुगम बनाना देश की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. दुर्भाग्य से दशकों तक जो सरकार में रहे, उनकी नीति-रणनीति में दूर-दूर तक ये चिंतन कहीं था ही नहीं. 

केदार धाम के पुनर्निर्माण से श्रद्धालुओं को फायदा

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पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के इरादे से आगे बढ़ रहा है. आज भारत की नीति, गतिशक्ति की है, दोगुनी-तीन गुनी तेजी से काम करने की है. यानि केदार धाम के पुनर्निर्माण ने ना सिर्फ श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाई बल्कि वहां के लोगों को रोजगार-स्वरोजगार के भी अनेकों अवसर उपलब्ध कराए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि केदारनाथ त्रासदी से पहले, 2012 में 5 लाख 70 हजार लोगों ने दर्शन किया था. ये उस समय एक रिकॉर्ड था. जबकि कोरोना काल शुरू होने से पहले, 2019 में 10 लाख से ज्यादा लोग केदारनाथ जी के दर्शन करने पहुंचे थे. 

10 साल तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले

पीएम मोदी ने कहा कि इस सदी के शुरुआत में वाजपेयी जी पूरे देश को जोड़ने के लिए कनेक्टिविटी परियोजना की शुरुआत की थी. फिर 2004 से 2014 तक 10 साल देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले हुए, घपले हुए.  इससे देश का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए हमने दोगुनी गति से मेहनत की और आज भी कर रहे हैं.

दिल्ली से देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर का शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड को 18 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का सौगात दिया. दिल्ली से देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर का शिलान्यास किया. इसके बनने से यह दूरी 6 घंटे की जगह 2.5 घंटे में पूरी की जा सकेगी. इससे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के साथ साथ इस रूट पर चलने वाले सभी यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा. 

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दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा 8300 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होना है. इस गलियारे के बन जाने के बाद दिल्ली से देहरादून जाने के समय में काफी कमी आएगी. अभी सड़क मार्ग से दिल्ली से देहरादून जाने में लगभग छह घंटे लगते हैं तो गलियारा बन जाने के बाद इसमें 2.5 घंटे लगेंगे. दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारे में हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, यमुनानगर, बागपत, मेरठ और बड़ौत से कनेक्टिविटी के लिए सात प्रमुख इंटरचेंज होंगे. 

बता दें कि 2022 में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने वाला है. राज्य में पांच साल में तीन मुख्यमंत्री बदल चुके हैं. ऐसे में बीजेपी प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर ज्यादा निर्भर है. पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 70 में से 57 सीटें मिली थी लेकिन इस बार बीजेपी 35 सीटें जीतने के लिए जूझ रही है, इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी के नाम और काम को जनता के सामने रखकर चुनाव में जाने की तैयारी है. 

 

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