उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मंगलवार को देहरादून में ''पंचायत आज तक उतराखंड" कार्यक्रम का आयोजन हुआ. आज तक के इस खास कार्यक्रम में राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की. Phir Ek Baar BJP Sarkar! सेशन में सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम करने के अंदाज पर एक किस्सा सुनाया.
सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी एक अभिभावक की तरह हैं. उनके काम करने की शैली से हमें सीखना चाहिए. एक किस्से का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के साथ काशी में एक बैठक चल रही थी, जो रात साढ़े 12 बजे तक चली. बैठक के बाद क्रूज पर रात के एक बज गए. सभी बैठक से निकलने लगे, फिर पीएम ने बताया अभी उनका एक कार्यक्रम और है. जब पीएम ने एक और कार्यक्रम होने की बात कही तो मैं सोचा एक बजे रात में कौन सा काम होगा. फिर उन्होंने खुद बताया कि मैं अब काशी के प्रोजेक्ट देखने जा रहा हूं क्योंकि दिन के वक्त लोगों को दिक्कत हो जाती है. पीएम की ऐसी शैली हमें प्रेरणा देती हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आम आदमी पार्टी (AAP) के फैक्टर को लेकर सवाल पर कहा कि वे केवल चुनाव के एजेंडे पर आए हैं. सब लोग जानते हैं कि उनका एजेंडा चुनाव तक है, यहां चलने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोग मुफ्त की चीजें नहीं लेते. बड़े स्वाभिमानी लोग हैं. हमारी सरकार ने तय किया कि प्रधानमंत्री नल जल योजना के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में लोगों को शुद्ध जल मिले, इसके लिए हमारी सरकार ने एक रुपये में कनेक्शन देने का निर्णय लिया.
हरीश रावत की चुनौती को लेकर सवाल पर पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वे साढ़े चार साल तक नहीं दिखे. अब केवल चुनाव के लिए आए हैं. जनरल बिपिन रावत के गांव को सड़क से जोड़ने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि उनके गांव में जनमिलन केंद्र भी बनाएंगे. जनरल रावत के जीते जी भी उनके साथ थे, आज भी साथ हैं. हम जनरल बिपिन रावत के सपनों के साथ जाएंगे. कुछ दल उन्हें गली के गुंडे बताते थे और आज चुनाव देख बड़ी बड़ी रैलियां कर रहे हैं. जनता देख रही है.
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस दफे हम नए इरादे युवा सरकार, अबकी बार 60 पार के नारे के साथ हम जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि जनता ने पिछले पांच महीने का मेरा काम देखा है. एक-एक क्षण, पूरी ईमानदारी और मेहनत से प्रदेश की जनता को समर्पित किया है. प्रदेश की जनता का भरपूर समर्थन, भरपूर आशीर्वाद मिल रहा है. जो समय मुझे मिला है, उतने में ही मुख्यमंत्री पांच साल में जितना करते हैं उतना करने की कोशिश कर रहा हूं. समय को बढ़ाया तो नहीं जा सकता.