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उत्तराखंड चुनाव: दिसंबर तक होगा उम्मीदवारों का ऐलान, कांग्रेस ने बनाई ये रणनीति

यूपी में जहां कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 40% टिकट महिलाओं को देने की घोषणा की है, वहीं उत्तराखंड में भी कांग्रेस महिलाओं को टिकट देकर चुनावी रण में उतरने की तैयारी में है. 

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • उत्तराखंड चुनाव के लिए कांग्रेस ने कसी कमर
  • दिसंबर में जारी हो सकते हैं उम्मीदवारों के नाम

आने वाले साल 2022 में कई राज्यों में चुनाव हैं. उत्तराखंड में भी चुनाव की तैयारियां चल रही हैं. कांग्रेस भी चुनावी रण में उतरने से पहले कोई कमी नहीं छोड़ना चाह रही है. कांग्रेस के उत्तराखंड के इंचार्ज देवेन्द्र यादव ने आज तक से ख़ास बातचीत में बताया कि उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया एक साल पहले ही शुरू कर दी गई थी. उत्तराखंड का चुनाव कांग्रेस के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए उम्मीदवारों के चयन के लिए एक ख़ास प्रक्रिया को अपनाया गया है.  

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उन्होंने कहा कि बहुत महत्वपूर्ण है कि हमारे टिकट समय रहते तय हो जाएं और हम अच्छे उम्मीदवारों को उतार सकें. हमने अपने कई भावी उम्मीदवारों को पिछले एक साल से लगातार टास्क दे रखे हैं. जिसके चलते हमने उनको अच्छे से ऑब्जर्व भी किया और उनकी परफॉरमेंस को जांचा परखा. उन्होंने कहा कि इसलिए उम्मीदवार चुनने में हम ज़्यादा समय नहीं लगाएंगे. दिसंबर महीने के अंत तक हम बहुत से उम्मीदवारों के नाम घोषित कर देंगे. 

उत्तर प्रदेश में जहां कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 40% टिकट महिलाओं को देने की घोषणा की है, वहीं उत्तराखंड में भी कांग्रेस महिलाओं को टिकट देकर चुनावी रण में उतरने की तैयारी में है. 

क्या रहेगा मानदंड?

उत्तराखंड में उम्मीदवारों के चुनाव के किए क्या मानदंड रहेगा, इसके बारे में देवेंद्र यादव ने बताया कि सबसे पहले तो उम्मीदवार जिताऊ होना चाहिए, उसने पार्टी के लिए मेहनत की हो. महिलाओं व युवाओं को इस समय प्राथमिकता दी जाएगी. बहुत से युवा साथी और महिलाएं उभर के सामने आए हैं. 

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बूथ कमेटी को मज़बूत करने के लिए भी कांग्रेस ने खास रणनीति बनाई है. देवेंद्र यादव ने कहा कि इस बार हमारा सबसे ज़्यादा फोकस बूथ कमेटी को मज़बूत करने पर रहा. हमने स्पेशल ट्रेनिंग का कार्यक्रम भी जारी रखा है. 25 विधानसभा के लिए हम 8,000 कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर चुके हैं और जो बाक़ी की 45 विधानसभा हैं यहां भी हम अपने कार्यकर्ताओं को इसी महीने ट्रेनिंग देंगे. 

उत्तराखंड में कांग्रेस का फोकस

अगर उत्तर प्रदेश में महिला केन्द्रित अभियान है तो उत्तराखंड में कांग्रेस का फोकस गांव और डोर-टू-डोर कैम्पेन पर है. देवेंद्र यादव ने कहा कि हमारी सबसे पहली कोशिश है कि हम एक-एक घर तक पहुंचें. उसके लिए हम संगठन को मज़बूत करने की कोशिश करते रहे. ना सिर्फ़ हम कैंडिडेट्स को टास्क देते रहे बल्कि अपने कार्यकर्ताओं को भी टास्क देते रहे. बूथ ट्रेनिंग से लेकर घर-घर जाकर लोगों को कांग्रेस की नीतियां बता सकें.

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता उत्तराखंड के गांव-गांव में जाकर रुक रहे हैं. गांव के लोगों से मिल रहे हैं, और वहां महिला चौपाल; युवा चौपाल में हिस्सा ले रहे हैं. कांग्रेस गांव प्रभात फेरी भी निकाल रही है जहां आम कार्यकर्ताओं के साथ-साथ वरिष्ठ नेता भी घर घर जाकर कांग्रेस पार्टी का प्रचार कर रहे हैं. 

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डोर-टू-डोर कैम्पेन पर ज़ोर

यादव ने कहा कि शुरुआत से हमारी यही रणनीति रही कि डोर-टू-डोर कैम्पेन पर ज़ोर रहेगा. हमने इसके लिए अपने बूथ कमेटी को और भी मज़बूत किया है. हमारा फोकस ये भी है कि हम उत्तराखंड के लोगों के साथ ज़्यादा से ज़्यादा सेशन करेंगे. क्योंकि यह समझना भी ज़रूरी है कि लोग हमारे लीडर्स और कांग्रेस पार्टी से क्या उम्मीद करते हैं. 

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी से रिक्वेस्ट की है कि वो भी कैम्पेन का हिस्सा बनें. दिसंबर के पहले हफ़्ते में राहुल का उत्तराखंड में दौरा हो सकता है, जिसमें कोशिश है कि हम ज़्यादा से ज़्यादा पारस्परिक सत्र करवाएं.

बता दें कि जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का नारा 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' है, वहीं उत्तराखंड में पार्टी का नारा- 'न्याय संग बने समृद्ध उत्तराखंड' रहेगा.

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