उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार बनना लगभग तय हो गया है. लेकिन उत्तराखंड में बीजेपी के लिए सबसे ज्यादा चौंकाने वाले नतीजे खटीमा सीट से आए. यहां से उत्तराखंड के मौजूदा सीएम पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार गए हैं. उधर, चुनाव में कांग्रेस के सीएम फेस हरीश रावत भी लालकुआं सीट से चुनाव हार गए.
बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी के चेहरे पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. चुनाव में बीजेपी आसानी से बहुमत का आंकड़ा पार करती तो दिख रही है, लेकिन धामी खुद अपनी सीट से चुनाव हार गए हैं. धामी को खटीमा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी ने 6 हजार वोटों से हराया.
खटीमा से 2 बार के विधायक थे धामी
उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले में खटीमा विधानसभा सीट है. यह सीट सूबे की सबसे हॉट सीट थी. खटीमा विधानसभा सीट से सीएम पुष्कर सिंह धामी दो बार विधायक रहे. हालांकि, वे अपनी सीट से ही इस बार चुनाव हार गए.
बीजेपी ने एक साल में बदले थे 2 सीएम
उत्तराखंड में बीजेपी ने चुनाव से पहले एक साल में दो सीएम बदले थे. 2017 में त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम बने थे. 10 मार्च 2021 में उन्हें हटाकर तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया गया. 4 जुलाई 2021 को पुष्कर सिंह धामी तीरथ सिंह की जगह मुख्यमंत्री बनाया गया. लेकिन इस बार धामी अपनी सीट भी गंवा बैठे.
हरीश रावत भी हारे
उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत लालकुआं से चुनाव हार गए हैं. उत्तराखंड में कांग्रेस ने रावत के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा था. हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा, लालकुआं विधानसभा क्षेत्र से मेरी चुनावी पराजय की औपचारिक घोषणा ही बाकी है. मैं लालकुआं क्षेत्र के लोगों से क्षमा चाहता हूं कि मैं उनका विश्वास अर्जित नहीं कर पाया और जो चुनावी वादे उनसे मैंने किए. उनको पूरा करने का मैंने अवसर गंवा दिया है.
बीजेपी ने तोड़ा 20 साल पुराना ट्रेंड
उत्तराखंड में अभी तक जनता हर 5 साल में सरकार बदल देती थी. यही वजह है कि यहां अभी तक 2002 में राज्य बनने के बाद से चार बार विधानसभा चुनाव हुए हैं. हर बार अलग सरकार बनी है. 2002 में यहां कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. वहीं, 2007 में बीजेपी, 2012 में कांग्रेस और 2017 में बीजेपी ने सरकार बनाई. लेकिन अब तक के नतीजों में बीजेपी ये ट्रेंड तोड़ती नजर आ रही है.