उत्तराखंड में 10 मार्च को विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे. लेकिन इससे पहले सोमवार शाम को आए एग्जिट पोल (Uttarakhand exit poll Aaj Tak) में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है. इंडिया टुडे-एक्सेस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी को 36-46 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं, कांग्रेस के खाते में 20-30 सीटें जाती दिख रही हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या चुनाव से पहले सीएम बदलने की बीजेपी की रणनीति काम आ गई है.
उत्तराखंड में चुनाव से पहले बीजेपी ने बदले 2 सीएम
उत्तराखंड में बीजेपी ने चुनाव से पहले 1 साल में दो सीएम बदले. 2017 में त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम बने थे. 10 मार्च 2021 में उन्हें हटाकर तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया गया. 4 जुलाई 2021 को पुष्कर सिंह धामी तीरथ सिंह की जगह मुख्यमंत्री बनाया गया. पुष्कर सिंह धामी खटीमा से दो बार के विधायक हैं. वे इस बार भी इसी सीट से चुनाव मैदान में हैं.
क्या सीएम बदलने की रणनीति बीजेपी के काम आई?
2017 में चुनाव जीतने के बाद बीजेपी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को सीएम बनाया था. 2017 से त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने हैं तब से उनके खिलाफ पार्टी का एक धड़ा लगा हुआ था. केंद्रीय नेतृत्व के पास फीडबैक था कि त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार और पार्टी संगठन के बीच समन्वय ठीक नहीं है. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के 18 विधायकों ने पार्टी नेतृत्व को त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए पत्र लिखा था. इन 18 विधायकों में कई मंत्री भी थे. कांग्रेस से बीजेपी में आए सभी नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत से नाराज चल रहे थे. ऐसा माना जा रहा था कि चुनाव से पहले इन नेताओं की नाराजगी पार्टी को काफी नुकसान कर सकती है.
इसके बाद बीजेपी ने तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया था. तीरथ सिंह रावत ने 10 मार्च को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. लेकिन उन्हें 6 महीने के पहले किसी सीट से चुनाव जीतकर सदन में पहुंचना था. लेकिन विधानसभा चुनाव में 1 साल से कम का समय बचा था. ऐसे में चुनाव आयोग किसी भी सीट पर उपचुनाव कराने के पक्ष में नहीं था. इसलिए तीरथ सिंह को 4 जुलाई 2021 को इस्तीफा दे दिया.
'नया चेहरा' आया काम
चार महीने में दो सीएम के इस्तीफों के बाद बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया. पुष्कर सिंह दो बार के विधायक हैं. हालांकि, वे कभी मंत्री या अन्य किसी बड़े पद पर नहीं रहे. ऐसे में बीजेपी का मानना था कि पुष्कर धामी के खिलाफ विरोध की कोई वजह किसी के पास नहीं थी. इसलिए बीजेपी ने उन्हें आगे बढ़ाया. इसका फायदा एग्जिट पोल में देखने को मिल रहा है.
उत्तराखंड एग्जिट पोल की बड़ी बातें
- एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी को इस चुनाव में 46% महिलाओं ने वोट किया. वहीं, 38% महिलाओं ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया.
- उत्तराखंड में बीजेपी को बड़ी संख्या में राजपूत, ब्राह्मण और ओबीसी वर्ग के वोट मिलते दिख रहे हैं.
- दो सीएम बदलने के बावजूद मोदी के चेहरे पर बीजेपी उत्तराखंड में जीतती नजर आ रही है.