उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) के सगे बहनोई का उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में शांति भंग होने की आशंका (Threat of breach of the peace) पर चालान कर दिया है. लक्ष्मणझूला पुलिस ने सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Sister) की सगी बहन के पति पूरन पयाल का चालान किया है.
जानकारी के अनुसार, योगी के बहनोई पूरन पयाल पौड़ी जिले के कोठार क्षेत्र में चाय की दुकान चलाते हैं. उत्तराखंड पुलिस को विधानसभा चुनाव में शांति भंग होने का खतरा लगा. लक्ष्मणझूला पुलिस ने 8 लोगों का शांति भंग होने की आशंका में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 107-116 के तहत चालान कर दिया है. इनमें से एक पूरन पयाल भी हैं. इसकी रिपोर्ट कोटद्वार एसडीएम को भेजी गई है. एसडीएम ने उन्हें नोटिस जारी करके 25 हजार का एक मुचलका भरने और इतनी ही राशि के दो जमानतदारों के साथ कोर्ट में पेश होने को कहा है.
मास्क न पहनने को लेकर भाजपा विधायक का काटा था चालान
बता दें कि इससे पहले भी उत्तराखंड के मसूरी में मास्क न पहनने पर रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा का पुलिस ने चालान कर दिया था. इसके बाद विधायक ने डीजीपी अशोक कुमार से मिलकर दरोगा की शिकायत की थी. डीजीपी ने मामले की जांच एसपी सिटी सरिता डोभाल देहरादून को सौंपी थी. जांच के बाद दारोगा समेत कई पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया था.
मामले का वीडियो भी आया था सामने
इस मामले में रुड़की से भाजपा विधायक प्रदीप बत्रा अपने परिवार के साथ मसूरी घूमने पहुंचे थे. मास्क न पहनने को लेकर मसूरी कोतवाली में तैनात सब इंस्पेक्टर नीरज कठैत ने विधायक का चालान काट दिया था. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें विधायक चालान के 500 रुपये फेंकते दिख रहे थे और बहस कर रहे थे. विधायक प्रदीप बत्रा ने उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार से मुलाकात में कहा था कि इस मामले में वीडियो का एक अंश ही दिखाया गया. विधायक ने कहा था कि पुलिसकर्मी वहां पर पर्यटकों से अभद्र व्यवहार कर रहे थे, उन्होंने हस्तक्षेप किया तो पुलिस कर्मी उल्टा उनका चालान करने लग गए.