नई दिल्ली कि 70 विधानसभाओं में से एक विधानसभा नई दिल्ली. सांसद से लेकर मंत्री प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट से लेकर राष्ट्रपति तक जहां रहते हैं वो नई दिल्ली. ये वही नई दिल्ली हैं जहां संसद से चंद सौ मीटर दूरी पर सरकार को हिलाने वाले आंदोलनों का जन्म भी होती है. उन्हीं में एक आंदोलन से निकले अरविंद केजरीवाल आज दिल्ली की सत्ता पर विराजमान हैं. परिसीमन के बाद 2008 में नई दिल्ली विधानसभा अस्तित्व में आया. जब से ये सीट अस्तित्व में आई है तब से इसे दिल्ली का मुख्यमंत्री देने का श्रेय है. 2008 में यहां से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित चुनी गईं. पहले वो गोल मार्केट का प्रतिनिधित्व करती थीं. 13 साल दिल्ली में सरकार चलाने वाली शीला दीक्षित को इसी नई दिल्ली में एक आंदोलन से निकले इंजीनियर 2013 में करारी शिकस्त दी. ये और बात है कि लोकपाल के मुद्दे पर 49 दिन में ही उन्होंने सत्ता छोड़ दी और उन पर भगोड़े का टैग लग गया.