लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की नई पहचना बनने जा रही है. भोपाल की सियासी जंग लोकसभा चुनाव का कोई आम मुकाबला नहीं है. इस मुकाबले की जो पृष्ठभूमि है वो इसे ना सिर्फ दिलचस्प बना रहा है बल्कि यहां से 23 मई को जो नतीजा आएगा उससे देश की सियासत की दशा और दिशा भी तय हो सकती है. दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारकर कांग्रेस ने मास्टर कार्ड खेलने की कोशिश की थी, लेकिन दो दिन पहले साध्वी प्रज्ञा को पार्टी में शामिल कर बीजेपी ने भोपाल से अपना प्रत्याशी बना दिया. जो दिग्विजय सिंह यूपीए राज में हिन्दू आतंकवाद पर खुलकर बोलते थे, उनके खिलाफ 2008 के मालेगांव धमाके की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को उतारा जाना बीजेपी की तरफ से ब्रह्मास्त्र से कम नहीं.चुनाव की हर ख़बर मिलेगी सीधे आपके इनबॉक्स में. आम चुनाव की ताज़ा खबरों से अपडेट रहने के लिए सब्सक्राइब करें आजतक का इलेक्शन स्पेशल न्यूज़लेटर
With Bharatiya Janata Party(BJP) fielding Malegaon bomb blast accused Sadhvi Pragya Thakur from Bhopal against veteran Congress leader Digvijaya Singh, it is clear that the competition is going to be tough on the seat. While Pragya Singh Thakur is associated with the ideological parent of BJP, Rashtriya Swayamsevak Sangh(RSS), Digvijaya Singh is known to be vocal against it. In which way the voters of Bhopal will swing, only time will tell. Now, it is to see whether the Hindu card of BJP will work or not. Watch this special report.