15 साल पहले भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान के साथ बस डिप्लोमेसी शुरू की थी और अब नरेंद्र मोदी शपथ डिप्लोमेसी की शुरुआत कर रहे हैं. मोदी शपथ के बहाने पाकिस्तान की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहे हैं.