शहीद हेमंत करकरे पर दिए बयान पर बवाल अभी शांत भी नहीं हुआ था और साध्वी से नई-नई नेता बनीं प्रज्ञा ने विवादों की फेहरिस्त में एक नया विवाद दे दिया. इस बार साध्वी ने बाबरी राग अलापा. भोपाल में चुनावी पारा चढा़ने के लिए साध्वी प्रज्ञा ने दम भरा कि उन्होंने ढांचे पर चढ़कर उसे तोड़ा. साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कहा, 'ढांचा गिराने का अफसोस क्यों होगा, उस पर तो हम गर्व करते हैं. राम के मंदिर पर अपशिष्ट पदार्थ थे, उन्हें हमने हटा दिया. इससे हमारे देश का स्वाभिमान जागा है और हम भव्य राम मंदिर मनाएंगे'. अभी तो सिर्फ दो दौर के चुनाव हुए हैं. 5 फेज का मतदान अभी बाकी है. ऐसे में साध्वी का धर्मयुद्ध कहीं बीजेपी के लिए धर्मसंकट न बन जाए. देखें ये रिपोर्ट.