अमेठी में पहली बार वोटिंग के दिन राहुल गांधी मौजूद रहे. उन्होंने चाय पीते-पीते लोगों से मुलाकात की. यानी, मोदी की 'चाय पर चर्चा' के बाद राहुल भी चाय की चुस्कियों को वोट में तब्दील करने का फॉर्मुला अपना रहे हैं.