पश्चिम बंगाल का जादवपुर जिला करीब 50 साल तक वामदलों का गढ़ रहा. ज्योति बसु, बुद्धदेव भट्टाचार्या यहीं से बंगाल के मुख्यमंत्री बने. सोमनाथ चटर्जी भी यहीं से लोकसभा स्पीकर चुने गए. कुछ दिनों पहले जादवपुर यूनिवर्सिटी में लगे देश विरोधी नारों की वजह से ये जिला चर्चा में रहा. देखना ये है कि इस बार यहां टीएमसी और लेफ्ट में किसका राजतिलक होगा.