शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि बीजेपी बिहार चुनाव में बीजेपी ने अपने सारे संसाधन लगा दिए. जबकि नीतीश ने अपने मौजूदा संसाधनों को ही इस्तेमाल किया. नीतीश कुमार हिंदुस्तान की राजनीति में महानायक साबित हुए हैं.