अमेठी में कोई चमत्कार नहीं हुआ. अमेठी में स्मृति इरानी की तूफानी जीत उनकी पांच साल की मेहनत का नतीजा है. 2014 में अमेठी में हार के बाद भी स्मृति ने हार नहीं मानी. लगातार वहां के लोगों का दिल जीतने में लगी रहीं. उनके सुख-दुख: में हिस्सा लेती रहीं. अमेठी के लोगों ने भी चुनाव में EVM दबाकर स्मृति के अगले पांच साल के लिए अपना भाग्यविधाता चुन लिया.