लगता है बिग बॉस 16 में मराठी मानुष इतिहास दोहराने से चूक जाएगा. मिड सीजन में अनुमान था कि हैंडसम हंक शिव ठाकरे ही बिग बॉस 16 के विजेता बनेंगे. लेकिन फिनाले के करीब आकर सभी प्रेडिक्शन बदलते दिख रहे हैं. मंडली के सरगना शिव ठाकरे पर टीवी की बहू प्रियंका चाहर चौधरी भारी पड़ती दिख रही हैं.
मराठी बिग बॉस 2 के विनर रहे शिव ठाकरे बीबी 16 की ट्रॉफी जीतने से चूकते दिख रहे हैं. आखिर 1 महीने में ऐसा क्या हुआ, जो शिव आज इस मोड़ पर आ खड़े हैं. चलिए जानते हैं.
मंडली ने डुबाई शिव की नैय्या?
बिग बॉस 16 में जब शिव ठाकरे ने एंट्री की, तभी से वे साजिद खान संग जुड़ गए. धीरे-धीरे साजिद और शिव ने अपनी मंडली बनाई. उस मंडली में शिव इस तरह रमे कि सीजन खत्म होने की ओर है, लेकिन शिव अभी तक मंडली का बोझ ढो रहे हैं. मंडली का हिस्सा होने की वजह से शिव पूरे सीजन अकेले स्टैंड आउट नहीं हो सके. उन्हें कई बार टोका भी गया, लेकिन शिव का गेम नहीं बदला. मंडली में रहते हुए अब शिव गायब ही हो गए हैं. उनका खुद का कोई स्टैंड और गेम प्लान नजर नहीं आता. सभी जानते हैं बिग बॉस हाउस में वो ही चमकता है जो लोन वॉरियर होता है. ऑडियंस को शिव की पर्सनैलिटी में ये सबसे बड़ी चूक दिखी.
साजिद-अब्दू गए तो फीके पड़े शिव
साजिद खान और अब्दू रोजिक के बिग बॉस में मौजूद रहते हुए शिव को काफी कंटेंट मिल रहा था. लेकिन उनके शो छोड़ने के बाद से शिव ठाकरे कमजोर पड़ गए हैं. शिव का ये हाल है कि अब वे जबरदस्ती की लड़ाई या कंट्रोवर्सी कर फुटेज पाने की कोशिश करते हैं. साजिद खान थे जिनकी वजह से पूरी मंडली एकजुट रहती थी. साजिद के जाते ही मंडली भी टूट गई है. शिव एमसी स्टैन संग एक कोने में गुम रहते हैं. शिव को फुटेज के लिए स्ट्रगल करता देख फैंस बेहद निराश है. उम्मीद है फिनाले से पहले शिव अपना गेम प्लान दुरुस्त करें.
शिव के पास नहीं कोई मुद्दा
शिव ठाकरे का गेम प्लान करीब से देखने वाले जानते हैं कि पहले दिन से उनका घर में कोई मुद्दा नहीं है. शिव के कम ही घर में मुद्दे रहे हैं. कभी वे साजिद के मुद्दों में घुसते तो कभी अब्दू के. उनका दूसरे कंटेस्टेंट्स संग कोई खास इक्वेशन नहीं रहा. शायद यही वजह है शिव अब कमजोर दिख रहे हैं. उनके पास किसी से लड़ने तक का कोई टॉपिक नहीं. स्टैन के सिवा किसी के साथ उनका खास बॉन्ड नजर नहीं आता है.
रियलिटी शो में निभा रहे भाईचारा
शिव ठाकरे का गेम प्लान देखकर लगता है वे शो में भाईचारा निभाने आए हैं. उनका बिग बॉस 16 का गेम अपने ग्रुप के लोगों को जिताते हुए, बचाते हुए दिखा है. ऑडियंस को मंडली की ट्यूनिंग, दोस्ती बेहद पसंद आई. लेकिन गेम के लिहाज से इसे सपोर्ट नहीं किया जा सकता. क्योंकि ट्रॉफी तो किसी एक को ही जीतनी है.
शिव में नहीं दिख रहा शो जीतने का जुनून
शिव ठाकरे जब शो में आए थे, उनमें बिग बॉस मराठी की तरह सीजन 16 की ट्रॉफी अपने नाम करने का जोश दिखा था. मगर धीरे-धीरे शिव में शो जीतने का पैशन कम होता हुआ नजर आया है. फिनाले वीक में उनका हाल और बुरा है. शिव ठाकरे का गेम की तरफ एटीट्यूड देख लगता है उन्हें शो की नहीं पड़ी है. जितनी लाइमलाइट उन्हें इस शो से लेनी थी वो ले चुके. मानों वो भी समझ चुके हैं कि प्रियंका ये शो जीतने वाली हैं, इसलिए उन्होंने हार मान ली है.
आपको क्या लगता है शिव ठाकरे बिग बॉस 16 जीतने के हकदार हैं या नहीं?