एक्टर आमिर खान के भाई फैजल खान अपने एक बयान के चलते इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं. फैजल खान ने इंडस्ट्री में उनके साथ हुए बुरे व्यवहार पर चुप्पी तोड़ी. फैजल ने कहा है कि इंडस्ट्री में पक्षपात और ग्रुपिज्म जैसी चीजें मौजूद हैं.
फैजल ने कहा कि अगर आपकी कुछ फिल्में फ्लॉप हो गई हैं तो कोई भी आपके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता. उन्होंने कहा कि एक पार्टी में करण जौहर ने उनकी इनसल्ट की थी. वे किसी शख्स से बात करने की कोशिश कर रहे थे. मगर करण जौहर ने ऐसा नहीं करने दिया.
ऐसे में आइए जानते हैं कि फैजल खान इन दिनों कहां हैं और क्या कर रहे हैं. फैजल खान वैसे तो लंबे समय से फिल्मी दुनिया से दूर हैं. लेकिन हाल ही में खबर आई कि वो लंबे अरसे बाद फिर फिल्मों में लौट रहे हैं.
वे फैक्ट्री नाम की फिल्म से कमबैक करेंगे. इसमें फैजल न सिर्फ अदाकारी करेंगे, बल्कि गाने भी गाएंगे. वे 'इश्क तेरा...' नाम के बोल वाला गाना गा रहे हैं. इस बारे में बात करते हुए फैजल ने कहा- ''फैक्ट्री मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है. ये मेरे लिए चौंकाने वाला था, जब निर्देशक शीरीक मिनहाज ने मुझसे कहा कि ये गाना मुझे गाना चाहिए. उनका कहना था कि इस गाने के लिए मेरी आवाज बेहद सूटेबल है. इसके बाद मैंने ये प्रस्ताव स्वीकार कर लिया.''
मालूम हो कि 1969 में आई फिल्म प्यार का मौसम में फैजल खान ने छोटी भूमिका निभाई थी. इसमें उन्होंने तीन साल के एक बच्चे का किरदार निभाया.
इसके बाद उन्होंने 1988 में अपने भाई आमिर की फिल्म क़यामत से क़यामत तक में एक खलनायक की भूमिका निभाई. उन्होंने अपने पिता की फिल्म तुम मेरे हो (1990) में सहायक निर्देशक के रूप में काम किया. इसमें उनके भाई आमिर मुख्य भूमिका में थे.
पांच साल के बाद, उन्होंने मेला (2000) से वापसी की. मेला फिल्म में फैजल भाई आमिर खान और टि्वंकल खन्ना के साथ नजर आए थे. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफल नहीं रही, लेकिन इसके गाने जरूर पॉपुलर हुए.
इसके अलावा वो 2003 में एक टीवी शो आंधी में दिखे. वो 2005 में फिल्म चांद बुझ गया. अपने पूरे करियर में फैजल ने सिर्फ 6-7 फिल्में ही कीं.
इसके बाद वो इंडस्ट्री से गायब हो गए. साल 2007 में वो उस समय चर्चा में आ गए थे जब उनके घर से चले जाने की खबर आई थीं. पूरा परिवार उन्हें ढूंढने लगा था.
कुछ समय बाद उनके मानसिक बीमारी से जूझने की खबरे आईं. इस बारे में फैजल ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा था- 'मुझे अपने जीवन में लंबे समय तक मेंटल टैग से जूझना पड़ा, जब मुझे अपने परिवार के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ा, जो कि शुक्र है कि अब सभी हल हो गए हैं. मैं तब अपने जीवन में एक कठिन दौर से गुजरा.'
'मुझे मानसिक कहलवाने में कोई परेशानी नहीं है क्योंकि मैं संभवतः प्रत्येक व्यक्ति के पास नहीं जा सकता और न ही उन्हें बता सकता हूं कि मैं मानसिक नहीं हूं. मैं चाहता हूं कि मेरा काम बात करे. मेरा काम साबित करेगा कि मैं ठीक हूं. या फिर कोई मानसिक व्यक्ति फिल्मों में अभिनय कैसे कर सकता है? मुझे न्यायालय ने भी सामान्य साबित किया. ये एक बुरा समय था जब ये सभी मुद्दे चल रहे थे. मैंने वो सब कुछ मेरे पीछे छोड़ दिया है और आज मेरे परिवार में हम सभी एक साथ हैं.'