कोरोना का कहर लगातार जारी है. इस महामारी ने अब तक बॉलीवुड के कई चमकते सितारों को हमसे छीन लिया है. एक्टर बिक्रमजीत कंवरपाल ने भी कोरोना से जंग लड़ते हुए दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है. बिक्रमजीत मनोरंजन जगत के उन कलाकरों में से एक थे, जिनकी अदाकारी ने हमेशा फिल्मों में चार चांद लगाए हैं. दिलचस्प बात ये है कि बिक्रमजीत शोबिज की इस चमकती दुनिया में आने से पहले सेना में अपना योगदान दे चुके थे. आइए जानें उनके बारे में कुछ अनकही बातें.
बिक्रमजीत कंवरपाल का जन्म हिमाचल प्रदेश के सोलन में हुआ था. उनके पिता द्वारकानाथ कंवरपाल भारतीय सेना में आर्मी ऑफिसर थे. उन्हें 1963 में उनकी बहादुरी के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था. अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए बिक्रमजीत ने भी सेना को ज्वॉइन किया.
बिक्रमजीत ने पढ़ाई पूरी करने के बाद 1989 में इंडियन आर्मी ज्वॉइन की थी. सेना में अपनी बहादुरी और साहस का परिचय देने के बाद 2002 में बतौर मेजर वे आर्मी से रिटायर हुए.
सेना से रिटायर होने के बाद भी बिक्रमजीत के अंदर कुछ नया और यादगार करने की ललक कम नहीं हुई. उन्होंने अपने बचपन के सपनों का पीछा करते हुए साल 2003 में बॉलीवुड डेब्यू किया, और यहां से शुरू हुआ उनकी जिंदगी का नया चैप्टर.
बिक्रमजीत ने पेज 3, पाप, करम, कॉरपोरेट, क्या लव स्टोरी है, खुशबू, हाइजैक, थैंक्स मां, रॉकेट सिंह, आरक्षण, माई फ्रेंड पिंटो, मर्डर 2, जोकर, शौर्य, जब तक है जान, 1971, क्या सुपरकूल हैं हम, जंजीर, द गाजी अटैक, शिनाख्त जैसी फिल्मों में काम किया.
फिल्मों में भले ही बिक्रमजीत ने सपोर्टिंग एक्टर का किरदार निभाया लेकिन उन्होंने अपने हर कैरेक्टर में जान डाली. निगेटिव हो या पॉजिटिव, हर किरदार के अनुसार उन्होंने खुद को ढाला. चेहरे पर हकीकत बयां करते भाव के साथ उनकी डायलॉग डिलीवरी कमाल की रही.
जिस कदर फिल्मों में बिक्रमजीत ने ईमानदारी निभाई, वहीं टीवी शोज में भी नजर आया. वे 24, किस्मत, नमक हराम, सिंपली सपने, क्राइम पेट्रोल-दस्तक, अदालत, नीली छतरी वाले, सियासत, कसम तेरे प्यार की, ये है चाहतें, तेनाली रामा, स्पेशल ऑप्स में नजर आ चुके हैं.
18 साल के अपने फिल्मी करियर में बिक्रमजीत ने दर्शकों को कभी शिकायत का मौका नहीं दिया. फिल्मों और टीवी शोज में उनकी मौजूदगी हमेशा ही ऑडियंस के लिए फायदे का सौदा साबित हुई है.
अपने बचपन के इस अधूरे सपने को पूरा करना ही शायद बिक्रमजीत की जिंदगी का आखिरी पड़ाव था. पिछले दिनों कोरोना से संक्रमित होने के बाद 1 मई को बिक्रमजीत ने 52 वर्ष की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली. पर्दे के इस दिग्गज कलाकार को दोबारा स्क्रीन पर ना देख पाने का मलाल उनके फैंस को हमेशा रहेगा.
Photos: @bikramjeetkanwarpal Instagram/Social Media Fanpage