बॉलीवुड इंडस्ट्री ने हर बदलते दौर के साथ बदलना सीखा है. वक्त की मांग के हिसाब से स्क्रिप्ट, कैरेक्टर्स, गाने और विजुअलाइजेशन पर काम किया गया है. जैसे किसी के भी जीवन में मां की भूमिका बेहद अहम होती है वैसा ही इंडस्ट्री में भी देखने को मिला है. कई सारी फिल्में ऐसी रही हैं जिसमें मां का किरदार प्रधान होता है. इसके लिए हमेशा से कुछ चेहरे ऐसे रहे हैं जिन्हें आप देख कर ही बॉलीवुड की मॉम्स के तौर पर पहचान लेंगे. जैसे अचला सचदेव, दुर्गा खोटे, निरूपा रॉय वहीदा रहमान, फरीदा जलाल और राखी. ये एक्ट्रेस ऐसी रही हैं जिन्होंने लीड हीरोइन्स का रोल तो प्ले किया ही साथ ही इन एक्ट्रेसेज ने बढ़ते वक्त के साथ मां के रोल्स प्ले कर खुद को एक्सप्लोर किया. मगर अब जनरेशन नई है. इनमें से कई सारी एक्ट्रेस या तो इस दुनिया में नहीं हैं या फिर इन्होंने फिल्मों से रिटायरमेंट ले लिया है. तो ऐसे में कुछ एक्ट्रेस ऐसी हैं जिन्होंने इन मॉम्स की जगह ले ली है. किरदार वही है वक्त के हिसाब से इनका अंदाज जरा अलग है. तो आइए मदर्स डे के मौके पर जानते हैं बॉलीवुड की नए जनरेशन की सुपरकूल मॉम्स के बारे में.
शीबा चड्ढा- पिछले एक दशक में शीबा चड्ढा ने कई सारी फिल्मों में काम किया है. कभी वे सख्त किरदारों में नजर आईं तो कभी उन्होंने फिल्मों में मॉम्स के रोल प्ले किए. बधाई हो, दिल्ली 6, पगलैट और राजमा चावल जैसी फिल्मों में वे मॉम का रोल प्ले करती नजर आई हैं. इस रोल में उन्हें दर्शकों ने पसंद भी किया है.
किरण खेर- किरण खेर बॉलीवुड फिल्मों में एक अलग पहचान रखती हैं. पंजाबी मॉम्स कैसी होती हैं ये किरण खेर ने अपनी फिल्मों के जरिए बताया है. रंग दे बसंती, दोस्ताना, मैं हूं ना, वीर जारा, देवदास, ओम शांति ओम और टोटल सियाप्पा जैसी फिल्में इसका उदाहरण हैं.
नीना गुप्ता- नीना गुप्ता ने नई जनरेशन में अपने अभिनय से एक अलग ही छाप छोड़ी है. आज वे हर स्क्रिप्ट की मांग बन गई हैं. एक्ट्रेस को बॉलीवुड में मौजूदा समय में सफलता मिल रही है उस बारे में कहा जाता है कि देर आए दुरुस्त आए. पिन्नी, पंगा, बधाई हो, मुल्क, वीरे दी वेडिंग, और पंचायत जैसी फिल्में इसमें शामिल हैं.
शीमा पाहवा- शीमा पाहवा काफी समय से फिल्म और थिएटर का चेहरा रही हैं. मगर अब उन्हें इंडस्ट्री में पिछले कुछ सालों से लगातार मॉम्स के रोल प्ले करने को मिल रहा है. इसके साथ वे पूरा इंसाफ भी कर रही हैं. आंखों देखी, रामप्रसाद की तेरहवीं, बरेली की बर्फी, शुभ मंगल सावधान, बाला, दम लगा के हइशा और सूरज पे मंगल भारी जैसी फिल्में इसमें शामिल हैं.
रत्ना पाठक- रत्ना पाठक को फिल्मों में स्ट्रॉन्ग रोल्स प्ले करने के लिए जाना जाता है. वे बेबाकी से किसी भी रोल्स को प्ले करती हैं और उसे अपना बना लेती हैं. एक्ट्रेस बॉलीवुड की सबसे मॉडर्न मॉम हैं. लव पर स्क्वायर फीट, थप्पड़, यूं होता तो क्या होता, खूबसूरत और कपूर एंड सन्स जैसी फिल्मों में एक्ट्रेस ने कूल मॉम का रोल प्ले किया है. उनकी लिस्ट में और भी ऐसी फिल्में अभी शामिल हैं जो आगे रिलीज की जाएंगी.
लिलीट दुबे- मानसून वेडिंग, हीरोइन, गदर, दोस्ती समेत कई सारी फिल्मों में लिलीट दुबे ने मां का रोल प्ले किया है. सही मायने में देखा जाए तो उन्हें मां का सबसे एडवांस वर्जन कहा जा सकता है. एक मां भी सिगरेट फूंकती है इसे स्क्रीन पर सहजता से बताने का श्रेय लिलीट को जाता है. कभी इस बारे में सोचा भी नहीं जा सकता था.
अल्का अमीम- अल्का अमीम सिर्फ फिल्मों में ही नहीं बल्कि टीवी सीरियल्स में भी मां के रोल्स प्ले कर चुकी हैं. वे मां के लीड रोल में जितनी सहजता से नजर आती हैं उतनी ही सहजता से वे मां के सेकेंड लीड रोल में भी नजर आ जाती हैं. उनकी स्क्रीन पर मौजूदगी बता देती है कि कोई पारिवारिक ड्रामा की फिल्म चल रही है. एक्ट्रेस खजूर पे अटके, शादी में जरूर आना, मिर्जापुर, बधाई हो, दम लगा के हईशा समेत कई सारी फिल्मों में मां का रोल प्ले करते नजर आ चुकी हैं.