दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे फिल्म एक्टर शाहरुख खान और काजोल के फिल्मी करियर की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. इस फिल्म ने शाहरुख को राज और काजोल को सिमरन के नाम से अलग पहचान दी. मगर फिल्म में शाहरुख को लेने से पहले डायरेक्टर आदित्य चोपड़ा हॉलीवुड एक्टर टॉम क्रूज को लेना चाहते थे. जी हां, ये सच है.
चूंकि राज एक एनआरआई कैरेक्टर थे इसलिए आदित्य चाहते थे कि इस एनआरआई कैरेक्टर के लिए वे किसी हॉलीवुड एक्टर को लें. वे टॉम क्रूज को इस रोल के लिए लेना चाहते थे लेकिन उनके पिता यश चोपड़ा फिल्म में इंडियन स्टार चाहते थे.
इसके बाद आदित्य, शाहरुख खान के पास गए लेकिन बात कुछ बनी नहीं. दरअसल, शाहरुख रोमांटिक रोल नहीं करना चाहते थे. रोल में शाहरुख का इंटरेस्ट ना देख आदित्य सैफ अली खान के पास गए.
आदित्य ने सैफ को किरदार के बारे में बताया और उन्हें इस लीड रोल को निभाने को कहा. लेकिन सैफ ने भी कुछ कारणों ने मना कर दिया. इसके बाद आदित्य फिर शाहरुख के पास उन्हें मनाने गए. दोनों के बीच कई हफ्तों तक लगभग 4 बार मीटिंग्स हुई और फाइनली शाहरुख मान गए.
यशराज बैनज तले बनी इस फिल्म के बाद शाहरुख और काजोल ने खूब शोहरत हासिल की. फिल्म में उनकी केमिस्ट्री सुपरहिट रही. बल्कि आज भी बॉलीवुड की बेस्ट जोड़ी में शाहरुख-काजोल का नाम सबसे पहले आता है.
यहां से शुरू हुई शाहरुख के रोमांस किंग बनने की जर्नी. यूं तो इससे पहले भी उन्होंने दिल आशाना है, राजू बन गया जेंटलमैन आदि फिल्मों में स्क्रीन पर रोमांस किया था, पर DDLJ के बाद उनकी इमेज बिल्कुल ही बदल गई.
इसके बाद वे परदेस, दिल तो पागल है, चाहत, डुप्लीकेट, दिल से, कुछ कुछ होता है, मोहब्बतें आदि कई फिल्मों में आए और रोमांस का जादू चलाया. आज बॉलीवुड में उन्हें किंग ऑफ रोमांस के नाम से भी जाना जाता है. इस फिल्म में उनके कुछ एक्शंस युवाओं के लिए ट्रेंड बन गए थे. बांहें फैलाकर गले लगाना, उनका यह रोमांटिक अंदाज काफी पॉपुलर हुआ था.