कंगना रनौत की महत्वकांक्षी फिल्म थलाइवी का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. फिल्म में कंगना रनौत तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के किरदार में शक की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ती दिखीं. लेकिन फिल्म में जयललिता के अलावा अभिनेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री रहे एमजी रामचंद्रन का किरदार भी नजर आया. इस किरदार को एक्टर अरविंद स्वामी ने निभाया है. थलाइवी में एमजीआर के वेश में अरविंद को पहचान पाना मुश्किल है. आपको जानकर हैरानी होगी कि अरविंद की यह पहली हिंदी फिल्म नहीं है, इससे पहले भी वे जूही चावला, मनीषा कोईराला और मधू के साथ नजर आ चुके हैं. आइए जानें अरविंद स्वामी के बारे में.
अरविंद का जन्म 18 जून 1970 में हुआ था. उन्हें डॉक्टर बनने की चाहत थी, पर किस्मत उन्हें फिल्म इंडस्ट्री ले आई. एक कर्मशियल एडवर्टिजमेंट में दिग्गज निर्देशक मणि रत्नम की नजर उनपर पड़ी. मणि रत्नम ने उन्हें बुलाया और यहीं से अरविंद के रील लाइफ करियर की शुरुआत हुई. अब 16 साल छोटी कंगना रनौत के साथ वे थलाइवी में दमदार कैरेक्टर में नजर आ रहे हैं.
अरविंद स्वामी तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों के स्टार हैं. पर हिंदी सिनेमा में भी उन्हें दर्शकों का भरपूर प्यार मिला.1991 में मणि रत्नम की फिल्म थलपथी से अरविंद ने अभिनय जगत में कदम रखा. इसके बाद 1992 में वे एक्ट्रेस मधू के साथ फिल्म रोजा में नजर आए.
नेशनल अवॉर्ड जीत चुकी फिल्म रोजा ने अरविंद के करियर को उड़ान दी. फिल्म तमिल में रिलीज हुई थी लेकिन इसकी हिंदी डबिंग भी सिनेप्रेमियों के बीच लोकप्रिय रही. फिल्म के गाने आज भी म्यूजिक लवर्स के पसंदीदा लिस्ट में रहते हैं. रोजा के लिए अरविंद को फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर कैटेगरी में नॉमिनेट किया जा चुका है.
रोजा में मधु और अरविंद की रोमांटिक केमिस्ट्री सभी को खूब पसंद आई थी. मजेदार बात ये है कि अब 29 साल बाद दोनों एक्टर्स एक बार फिर थलाइवी में स्क्रीन साझा करेंगे. मधू फिल्म में एमजीआर की तीसरी पत्नी वीएन जानकी रामचंद्रन की भूमिका में हैं. थलाइवी के ट्रेलर में उनका लुक भी देखा जा सकता है.
रोजा में अरविंद और मधू की कास्टिंग को लेकर कुछ दिलचस्प बातें भी है. फिल्म के लिए ना अरविंद और ना मधू, मणि रत्नम की पहली पसंद थे. जब राजीव मेनन ने फिल्म करने से मना कर दिया तक अरविंद को साइन किया गया. वहीं मधू से पहले यह फिलम ऐश्वर्या राय को ऑफर किया गया था, जिसे एक्ट्रेस ने तारीख ना होने की वजह से रिजेक्ट कर दिया. इस फिल्म ने पैन-इंडिया अरविंद को पहचान दिलाई.
अरविंद ने 1998 में फिल्म सात रंग के सपने से बॉलीवुड डेब्यू किया. फिल्म में उन्हें जूही चावला के अपोजिट महीपाल का रोल मिला. फिल्म कुछ खास चली नहीं पर फिल्म के गाने आज भी सुने जाते हैं.
साल 2000 में अरविंद स्वामी को मनीषा कोईराला संग राजा को रानी से प्यार हो गया फिल्म में कास्ट किया गया. इसमें अरविंद ने मोहित कुमार की भूमिका निभाई. 2016 में वे तीसरी बार हिंदी मूवी डियर डैड में दिखे लेकिन कुछ खास कमाल नहीं कर पाए.
हिंदी फिल्मों में भले ही अरविंद का जादू नहीं चल पाया पर साउथ में उनका जलवा बरबरार है. अरविंद को उन एक्टर्स में गिना जाता है जो पूरे देश में अपना आकर्षण रखने की काबिलियत रखते हैं.
थलाइवी के जरिए हिंदी सिनेमा में उनकी वापसी क्या नया करती है, यह देखना होगा. वैसे फिल्म में एमजीआर के लुक में अरविंद स्वामी बिल्कुल अलग नजर आ रहे हैं. सिर से लेकर पांव तक, पहनावा और चाल-ढाल सब एमजीआर से मिलता-जुलता रखा गया है. अब पर्दे पर अरविंद, एमजीआर के किरदार के साथ कितना न्याय कर पाते हैं यह देखना बाकी है.
Photos: Arvind Swami Fanpage