प्रियंका चोपड़ा और परिणीति चोपड़ा की कजिन मीरा चोपड़ा, हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में पैर जमाने में लगी हुई हैं. मीरा ने अभी तक हिंदी फिल्मों के साथ-साथ साउथ की फिल्मों में भी काम कर लिया है. इसके अलावा हाल ही में उनकी वेब सीरीज द टैटू मर्डर्स भी रिलीज हुई है.
फिल्मी प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ मीरा चोपड़ा को सोशल मीडिया पर अपने विचारों को बेबाकी से रखने के लिए जाना जाता है. ऐसे में कई बार उन्हें ट्रोल्स का सामना भी करना पड़ा है. हाल ही में दिए अपने एक इंटरव्यू में मीरा चोपड़ा ने खुलासा किया कि एक प्रोड्यूसर ने उन्हें सोशल मीडिया पर बेबाकी से बात करने के लिए मना किया था.
स्पॉटबॉय से बात करते हुए मीरा चोपड़ा ने कहा, ''मैं सोशल मीडिया पर अपने विचार रखना पसंद करती हूं और बहुत सी बार मैं ट्रोल हो जाती हूं. लोग मुझे गालियों भरे कमेंट भेजते हैं, लेकिन इसकी वजह से मैं अपनी बात रखना बंद नहीं करूंगी.''
मीरा ने आगे कहा, ''एक समय था जब मैं पॉलिटिकल इश्यू के बारे में काफी बात करती थी. मुझे इंडस्ट्री के एक फेमस प्रोड्यूसर का कॉल आया. मैं उसका नाम नहीं बताऊंगी, लेकिन उनसे मुझे कहा था 'मीरा अगर तुम यहां काम करना चाहती हो तो प्लीज देश के पॉलिटिकल एजेंडा के बारे में बात करना बंद कर दो.''' मैं पूछा क्यों? तो उसने कहा, ''कोई भी परेशानी में पड़ना नहीं चाहता है और इसकी वजह से फालतू दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं.''
उन्होंने आगे कहा, ''मैंने उसकी बात सुनी लेकिन फिर भी मैं ट्वीट करती रही. लेकिन हां मैंने अब ये कम कर दिया है, क्योंकि मुझे एहसास हुआ है कि हमारे ट्वीट से कुछ बदलने वाला नहीं है. ऐसे ट्वीट्स से बस यही होता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर घमासान शुरू हो जाता है और लोग आपको ट्रोल करने लगे हैं.''
सोशल मीडिया पर आवाज उठाने को लेकर मीरा ने कहा, ''मैं अपनी सोच को सामने रखने से कोई बदलाव आते नहीं देखा है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आपको अपनी राय को सामने नहीं रखना चाहिए, आपको ऐसा जरूर करना चाहिए लेकिन तब जब आपका मन कहे.''
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, ''जैसे मैंने हाल ही में ट्वीट किया था कि कुंभ मेला में लॉकडाउन क्यों नहीं है. मैंने इसलिए ये ट्वीट किया क्योंकि लाखों लोगों की गंगा में डुबकी लगते हुए आई फोटोज को देखने के बाद मुझे ऐसा करने का मन हुआ. जब देश महामारी से लड़ रहा है, लोग मर रहे हैं. डॉक्टर्स कह रहे हैं कि ये पहले से ज्यादा खतरनाक है. तो महाराष्ट्र में लॉकडाउन से क्या होगा, ये वहां होना चाहिए जहां लाखों लोग जमा हो रहे हैं.''