सच ही कहते हैं 'मेहनत और इंतजार का फल मीठा होता है'...नवाजुद्दीन सिद्दीकी पर यह कहावत सटीक बैठती है. एक्टर की कामयाबी के पीछे उनके स्ट्रगल की लंबी दास्तान है. रोजी रोटी चलाने के लिए कभी वॉचमैन की नौकरी करने वाले नवाजुद्दीन का आज मुंबई में अपना आलीशान बंगला 'नवाब' है. एक्टर के घर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सबसे चर्चित विषय बन चुकी है, जिसे देख हर कोई नवाजुद्दीन की मेहनत की दाद दे रहा है. नवाजुद्दीन ने अपने इस खूबसूरत आशियाने को अपनी अदाकारी के माफिक ऐसी बारीकी दी है कि कोई एक बार में देख ले तो उसका दीवाना हो जाए.
जिस तरह शाहरुख खान का 'मन्नत' बेहद आलीशान है, ठीक वैसे ही नवाजुद्दीन ने भी अपने महलनुमा बंगले को खूबसूरती में ढाला है. सफेद संगमरमर जैसी दीवारें और बड़ा सा लॉन, ऐसी सुंदरता बॉलीवुड में शाहरुख खान के मन्नत के बाद अब नवाजुद्दीन के 'नवाब' में देखने को मिल रही है.
लोग सोशल मीडिया पर नवाजुद्दीन के 'नवाब' को उनकी मेहनत का फल कह रहे हैं. कुछ लोगों ने शाहरुख खान से तक उनकी तुलना कर दी है. जिस तरह शाहरुख ने सालों मेहनत के बाद अपनी 'मन्नत' पूरी की, वैसे ही नवाजुद्दीन ने खूब स्ट्रगल कर अपना 'नवाब' तैयार किया है.
इंडस्ट्री में 22 साल का सफर तय कर चुके नवाजुद्दीन के दिन फिर गए हैं. करियर में कामयाबी, अंतराष्ट्रीय पहचान और अब उनके आशियाने से साफ है, नवाजुद्दीन के सितारे बुलंदियों पर हैं. लोग उनके इस आलीशान घर को देख, तारीफों के कसीदें पढ़ रहे हैं.
नवाजुद्दीन ने अपने घर 'नवाब' का नाम अपने पिता नवाबुद्दीन सिद्दीकी के नाम पर रखा है. रिपोर्ट्स की मानें तो उनका ये घर एक्टर के गांव वाले घर से प्रेरित है. अब ये भी बता देते हैं कि नवाजुद्दीन मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना गांव के रहने वाले हैं. बुढ़ाना जैसे छोटे से गांव से निकलकर आज एक्टर मुंबई का चमकता सितारा बन चुके हैं.
कुछ खबरों की मानें तो नवाजुद्दीन ने कुछ साल पहले यह बंगला खरीदा था. सालों मेहनत कर अपनी कमाई इकट्ठा की और फिर उन्होंने अपने बंगले को रेनोवेट किया जिसमें उन्हें तीन साल लग गए. तीन साल तक इंतजार करने के बाद नवाजुद्दीन को जो फाइनल रिजल्ट मिला, वो आज सभी के सामने है. उनका ये 'नवाब' सपनों के महल से कम नहीं है.
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए वाकई दिन रात एक कर दिए. एक इंटरव्यू में एक्टर ने अपने करियर स्ट्रगल पर चर्चा भी की थी. कहा था- 'मुझे पता था कि जो मैं बनना चाहता हूं उसमें काफी स्ट्रगल करना पड़ेगा. अप एंड डाउन्स जरूर थे. 10-12 साल तक स्ट्रगल किया. मगर इन स्ट्रगल का मुझे फायदा मिला. इसने मुझे और स्ट्रॉन्ग बनाया. मजबूत बनाया. इसी वजह से मैं बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना कर सका.'
उन्होंने कहा था कि एक्टर बनने से पहले जब वे ऑफिस में खड़े रहते थे तो लोग कहते थे कि उनकी पर्सनालिटी हीरो जैसी नहीं है. उनके रिश्तेदार भी इसी तरह की बात करते थे. ये धारणा बनी हुई थी. इस धारणा को तोड़ना उनके लिए सबसे बड़ा स्ट्रगल रहा. एक्टर ने कहा कि आज भी एक हीरो को लेकर ऐसी धारणा है कि अगर किसी की कद-काठी ना होना और गोरा रंग ना हो तो वो उसके लिए अपने आप में एक बहुत बड़ा स्ट्रगल बन जाता है.
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अब तक कई फिल्मों में अपनी बेहतरीन अभिनय का परिचय दिया है. वे बाईपास, ब्लैक फ्राइडे, फिराक, न्यू यॉर्क, देव डी, कहानी, गैंग्स ऑफ वासेपुर, पान सिंह तोमर, तलाश, आत्मा, बॉम्बे टाकीज, मानसून शूटआउट, द लंचबॉक्स, बाबूमोशाई बंदूकबाज, फोटोग्राफ, रात अकेली है और सीरियस मेन जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं.
मांझी द माउंटेन मैन, ठाकरे, साअदत हासन मंटो जैसी बायोपिक मूवीज का हिस्सा रहे हैं. उनकी आने वाली फिल्मों में अद्भुत, हीरोतपंती 2 और टीकू वेड्स शेरू शामिल है. इसके अलावा वे और भी दो प्रोजेक्ट्स नो मैन्स लैंड और जोगीरा सारारा में भी काम कर रहे हैं.
पिछले साल नवाजुद्दीन को सीरियल मेन सीरीज के लिए इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड्स में बेस्ट एक्टर कैटेगरी के लिए नॉमिनेट किया गया था. हालांकि एक्टर जीत के इतने करीब आकर चूक गए, पर अंतराष्ट्रीय स्तर पर उनकी ये उपलब्धि काफी मायने रखती है. अभी उनके पास और भी मौके हैं, जब नवाजुद्दीन इंटरनेशनल लेवल पर अपना और देश का नाम रोशन करेंगे.
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