नेशनल अवॉर्ड देश का वो सम्मान है जो हर एक कलाकार पाना चाहता है. देशभर की विभिन्न भाषाओं में हुए कला के श्रेष्ठ काम के आधार पर ये अवॉर्ड दिया जाता है. हाल ही में 67वें नेशनल अवॉर्ड के विनर्स की घोषणा कर दी गई है. इस फहरिश्त में दिवंगत कलाकार सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म छिछोरे को शामिल किया गया है. एक्ट्रेस कंगना रनौत ने भी बेस्ट एक्ट्रेस के रोल के लिए नेशनल अवॉर्ड जीत लिया है. साथ ही इस बार श्रेष्ठ सहकलाकार का नेशनल अवॉर्ड पल्लवी जोशी के नाम गया है.
पल्लवी जोशी फिल्म इंडस्ट्री में कोई नया नाम नहीं हैं और कई सारे नामी प्रोजेक्ट का हिस्स रह चुकी हैं. नेशनल अवॉर्ड जीतना किसी भी कलाकार के लिए गर्व की बात होती है. आइए इस खास मौके पर जानते हैं पल्लवी की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर एक नजर.
पल्लवी जोशी का जन्म 4 अप्रैल, 1969 को मुंबई में हुआ था. एक्ट्रेस ने बहुत छोटी उम्र से ही स्टेज पर परफॉर्म करना शुरू कर दिया था. उन्होंने चाइल्ड एक्टर के तौर पर अपना डेब्यू किया. वे आदमी सड़क का, डाकू और महात्मा, हेमा मालिनी की ड्रीम गर्ल और दादा फिल्म में चाइल्ड एक्ट्रेस के रोल में नजर आईं. दादा फिल्म में वे अंधी बच्ची के रोल में थीं और उनकी एक्टिंग को खूब सराहा गया था.
इसके बाद वे आर्ट फिल्मों में नजर आईं. रुकमावती की हवेली, सूरज का सातवां घोड़ा, त्रिसंघी और रिहाई जैसी फिल्मों में नजर आईं. कॉमर्शियल फिल्मों में भी पल्लवी ने हाथ आजमाया. वे सौदागर, पनाह और मुजरिम जैसी फिल्मों में नजर आईं.
इसके अलावा पल्लवी अंधा युद्ध, मिस्टर योगी, इंसानियत, बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम, द मेकिंग ऑफ महात्मा, रीटा, द ताशकंद फाइल्स और द कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मों का हिस्सा थीं.
टीवी शोज की बात करें तो वे टीवी शो तलाश, वो छोकरी, इम्तेहान, आरोहन, ये कहां आ गए हम, जुस्तजु और कहना है कुछ मुझको जैसे टीवी सीरीज में नजर आई हैं.
द ताशकंद फाइल्स की बात करें तो ये फिल्म लाल बहादुर शास्त्री की मर्डर मिस्ट्री पर आधारित थी. फिल्म का निर्देशन पल्लवी जोशी के पति और फिल्म डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने किया है. फिल्म में पल्लवी आइशा अली शाह के रोल में नजर आई थीं. इस फिल्म में उनके अलावा नसीरुद्दीन शाह, मिथुन चक्रवर्ती, श्वेता बासु प्रसाद, मंदिरा बेदी, पंकज त्रिपाठी और राजेश शर्मा जैसे सितारे नजर आए.