कोरोना वायरस की वजह से हर इंसान की हालत खराब हो गई हैं. कई लोग अपनी नौकरी गवां चुके हैं तो कई अन्य मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री पर भी कोरोना का असर काफी बुरा पड़ा है. पिछले साल से अभी तक कई टीवी शो बंद हो चुके हैं और फिल्मों की शूटिंग भी मुश्किल से ही हो पा रही है. ऐसे में अब टीवी एक्टर राजेश खट्टर की पत्नी वंदना सजनानी ने खुलासा किया है कि उनकी आर्थिक हालत ठीक नहीं है.
(फोटो में राजेश खट्टर और जेनिफर विंगेट)
वंदना सजनानी ने बताया है कि पिछले दो सालों में उन्होंने परिवार के मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए अपनी सारी सेविंग्स खर्च कर दी है. एक इंटरव्यू में बात करते हुए राजेश खट्टर ने कहा था कि परिवार के सदस्य के लिए अस्पताल में बेड ले पाना उनके लिए किसी बुरे सपने जैसा था. वहीं अब उनकी पत्नी वंदना ने कहा है कि उनके पास कोई काम नहीं था. इस वजह से उन्हें अपनी सेविंग्स का इस्तेमाल करना पड़ा था.
एक वेबसाइट के साथ बातचीत में वंदना सजनानी ने कहा कि कोरोना की पहली वेव के दौरान वह अपने बेटे का ख्याल रखने में व्यस्त थीं. साथ ही वह पोस्ट पार्टम डिप्रेशन से भी जूझ रही थीं. उन्होंने कहा, 'पिछली बार जब मैं अस्पताल में थी मुझे नहीं पता था कि बाहर क्या हो रहा है. मुझे पिछले साल मई में पोस्ट पार्टम डिप्रेशन था. जब लॉकडाउन हुआ तब मेरी हालत काफी खराब थी. तब से लेकर अभी तक बस अस्पताल में भर्ती होना ही चल रहा है.'
वंदना ने आगे कहा, 'हम यहां पर बहुत सारी सेविंग्स की बात कर रहे हैं. एक्टर्स के तौर पर हमारी बहुत सारी सेविंग्स पूरे सालभर में अस्पतालों में भर्ती होने में चली गई है. काम बिल्कुल नहीं है और जितनी सेविंग्स थी लगभग वो सब अस्पतालों के खर्च में और इस दो साल के लॉकडाउन में चली गई.'
उन्होंने बताया कि उनका बेटा कुछ महीनों के लिए अस्पताल में भर्ती था. उन्होंने इतने समय में अभी तक सिर्फ एक विज्ञापन में काम किया है. वंदना ने कहा कि उनके पति और ससुर के अस्पताल में भर्ती होने की वजह से, 'इस बात बहुत धक्का लगा है.' वहीं राजेश खट्टर ने बताया था कि कोरोना की जंग उनके पिता हार गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल से सीधा उनके अंतिम संस्कार के लिए जाना पड़ा था.
बता दें कि राजेश खट्टर को अप्रैल के महीने में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. इसके बाद वह अस्पताल में भर्ती हुए थे. राजेश के अलावा उनके पिता भी कोरोना की चपेट में आ गए थे, जिन्हें दुर्भाग्यवश बचाया नहीं जा सका था.