बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने जब से शिवसेना से सीधा पंगा लिया है और सीएम उद्धव ठाकरे को चुनौती दे डाली है, ठाकरे परिवार का बॉलीवुड संग विवादित रिश्ता फिर सुर्खियों में आ गया है. महाराष्ट्र में सितारों की फिल्म रिलीज से लेकर उसके सफल होने तक, कई मौकों पर इस राजनीतिक परिवार का बड़ा हाथ रहता है.
शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे तो बॉलीवुड गलियारों में भी सुर्खियां बटोरते रहते थे. बॉलीवुड का बड़े से बड़ा सितारा कभी भी ठाकरे परिवार के विरुद्ध नहीं गया है. लेकिन अब जब फिर शिवसेना और ठाकरे परिवार को चुनौत दी जा रही है, उन मौकों को समझने की कोशिश करते हैं जब बॉलीवुड की तरफ कभी तो ठाकरे परिवार का दिखा नरम रुख तो कभी दिखाए गए कड़े तेवर
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की मदद को ठाकरे परिवार कई मौकों पर आगे आया है. इसकी शुरुआत तो उस दौर में ही हो गई थी जब एक्टर को कुली के सेट पर भयंकर चोट लग गई थी. उस समय बैंगलोर से एक्टर को लाने के लिए एक सेना एंबुलेंस का इंतजाम किया गया था. उस दौर में ऐसी कोई एंबुलेंस थी ही नहीं जो अमिताभ जैसे बड़ी कद-काठी वाले शख्स को ले जा सके. खुद उद्धव ठाकरे ने ये किस्सा शेयर किया था.
बाल ठाकरे के मराठी एक्टर दादा कोंडके संग रिश्ते कभी भी ज्यादा अच्छे नहीं रहे. जब ठाकरे एक कार्टूनिस्ट के तौर पर Wadia Movietone के लिए काम करते थे, उनके फिल्म इंडस्ट्री संग ज्यादा मधुर रिश्ते नहीं थे. इसका नतीजा ये रहा कि बाल ठाकरे की तरफ से कोहिनूर थिएटर को चेतावनी दी जाने लगी. फिर जब 1970 में मराठी एक्टर दादा कोंडके की फिल्म Songadya रिलीज होने जा रही थी, उन्होंने उस कोहिनूर थिएटर बुक कर लिया था. लेकिन उस समय कोहिनूर थिएटर में दादा की फिल्म की जगह देव आनंद की जॉनी मेरा नाम चलाई गई.
1980 के दशक में जब देश की राजनीति में बोफर्स का मुद्दा गरमा था, उस समय अमिताभ बच्चन पर भी इस विवाद की छीटें पड़ी थीं. आरोप लगाए गए थे कि अमिताभ बच्चन भी इस भ्रष्टाचार में लिप्त थे. लेकिन उस समय अमिताभ ने बाल ठाकरे से मिल इस विवाद को शांत करने की कोशिश की थी. बाल ठाकरे के जरिए अमिताभ अपनी सभी फिल्मों की रिलीज शांतिपूर्ण तरीके से चाहते थे.
एक्टर संजय दत्त जब 1992 के मुंबई बॉम्ब ब्लास्ट मामले में फंस गए थे, तब सुनील दत्त ने बाल ठाकरे से मिल अपने बेटे को बचाने की कवायद की थी. उस समय संजय दत्त को Terrorist and Disruptive Activities (Prevention) Act के तहत गिरफ्तार किया गया था. लेकिन सुनील दत्त ने ठाकरे परिवार से मदद मांग इस विवाद से बचने की कोशिश की थी.
मनी रत्नम की फिल्म बॉम्बे को लेकर भी शिवसेना की तरफ से काफी बवाल काटा गया था. मुंबई दंगों पर बनाई गई उस फिल्म को पहले ठाकरे की तरफ सेंसर किया गया था. उस दौरान मनी रत्नम को शिवसेना की तरफ से कड़ी चेतावनी भी दी गई थी. कुछ ऐसा ही था शिवसेना का बॉलीवुड के बीच दबदबा.
अब सिर्फ बाल ठाकरे का ही बॉलीवुड संग विवादित रिश्ता रहा हो, तो ऐसा नहीं था. उनके भाई राज ठाकरे भी बॉलीवुड सितारों पर अपनी पकड़ बनाकर रखते हैं. अपनी नई पार्टी बनाने के बाद राज ठाकरे ने सबसे पहले अमिताभ बच्चन के उत्तर भारतीय होने पर सवाल खड़े कर दिए थे. उन्होंने अमिताभ के खुद को छोरा गंगा किनारे वाला बताने पर बवाल किया था. सिर्फ यही नहीं उस समय क्योंकि अभिषेक की फिल्म द्रोणा रिलीज होने जा रही थी, इसलिए उसकी रिलीज में भी अड़ंगे अटकाए थे.
वैसे शिवसेना के मातोश्री पर कई बड़े सितारों की उपस्थिति दर्ज की गई है. डांस ऑइकन माइकल जैक्सन से लेकर साउथ सुपरस्टार रजनीकांत तक, सभी बड़े सितारों ने बाल ठाकरे से उनके घर पर मुलाकात की है. उन मुलाकातों की कई तस्वीरें वायरल रहती हैं.
बॉलीवुड सितारों को चुनाव में टिकट देने में भी ठाकरे परिवार काफी आगे रहा है. मराठी कलाकार रमेश दीओ, आदेश बांडेकर को लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है. तो वहीं दूसरी तरफ सुबोध भावे, शरद, जैसे स्टार्स सदन में अपनी आवाज उठाते दिख जाते हैं.