मुस्लिम महिलाओं और लड़कियों के हिजाब पहनने को लेकर पूरे देश में चर्चा चल रही है. इस सवाल पर बहस बढ़ती ही जा रही है. देशभर में इन दिनों मुस्लिम महिलाओं के पारंपरिक लिबास का मुद्दा गरमाया हुआ है. कई सेलेब्स भी हिजाब पहनने पर अपनी राय खुलकर सामने रख रहे हैं. अब बॉलीवुड को अलविदा कह चुकीं जायरा वसीम ने भी हिजाब कंट्रोवर्सी पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए अपना पक्ष दुनिया के सामने रखा है.
जायरा वसीम ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक लंबी पोस्ट शेयर करके मुस्लिम महिलाओं के हिजाब पहनने पर हो रहे विवाद पर बेबाकी से अपनी बात रखी है. मुस्लिम महिलाओं के हिजाब पहनने का सपोर्ट करते हुए जायरा वसीम ने अपनी पोस्ट में लिखा- हिजाब एक च्वॉइस है, ये गलत जानकारी है. सुविधा के हिसाब से यह धारणा बनाई जा रही है.' जायरा ने दो टूक कहा कि हिजाब कोई च्वाइस नहीं बल्कि इस्लाम में यह एक दायित्व है.
जायरा वसीम ने आगे लिखा- इसी तरह, एक महिला जो हिजाब पहनती है, वो उस दायित्व को पूरा कर रही है, जो उसे उस ईश्वर से मिला है, जिसे वह प्यार करती है और उसने खुद को ईश्वर को सौंप दिया है.
जायरा ने आगे लिखा- मैं भी एक महिला हूं और मैं सम्मान के साथ हिजाब पहनती हूं. मैं इस पूरे सिस्टम का विरोध करती हूं, जहां महिलाओं को धार्मिक परंपराओं को मानने से रोका और परेशान किया जा रहा है.
जायरा ने आगे लिखा- मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ पक्षपात करना और ऐसा सिस्टम बनाना जहां उन्हें शिक्षा और हिजाब के बीच किसी एक को चुनना हो या फिर किसी एक चीज को छोड़ना हो, यह अन्याय है.
जायरा ने आगे लिखा- आप उन्हें स्पेसिफिक चीजों को अपनाने पर मजबूर कर रहे हैं, जिनसे आपका एजेंडा चलता है और फिर उनकी आलोचना करते हैं कि वो आपके बनाए गए नियमों में कैद हैं.
जायरा ने लिखा- यह उन लोगों के साथ पक्षपात नहीं तो क्या है? जो यह जता रहे हैं कि वो उनके (महिला) सपोर्ट में काम कर रहे हैं? इन सबसे ऊपर, एक मुखौटा बनाना कि यह सब सशक्तिकरण के नाम पर किया जा रहा है ये और भी बुरा है, यह सब उससे बिल्कुल विपरीत है, दुखी हूं.
बता दें कि जायरा वसीम आमिर खान की दंगल फिल्म से लाइमलाइट में आई थीं. लेकिन साल 2019 में उन्होंने शोबिज को अलविदा कह दिया था. 2019 में जून के महीने में जायरा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर एक लंबी पोस्ट शेयर करके अनाउंस किया था कि वो धार्मिक कारणों की वजह से एक्टिंग छोड़ रही रही हैं.