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मुंबई पुलिस के वसूली सिस्टम पर जब आमिर खान के शो में हुई थी बात, वायरल

आमिर ने सवाल किया- 'हम देखते हैं कि पुलिस या कान्सटेबल जो हैं वो हमसे सड़क पर या नुक्कड़ पर रिश्वत लेता है. चाहे वो आम इंसान हो या ऑटो रिक्शा ड्राइवर हो...हम ये कह रहे हैं कि कान्सटेबल कम कमा रहे हैं, लेकिन हमसे तो बहुत ज्यादा वसूल कर रहे हैं. तो फिर उसकी आमदनी तो अच्छी होनी चाहिए.'

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आमिर खान
आमिर खान

मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा था. इस पत्र के बाद से मुंबई की राजनीति में हड़कंप मच गया. पत्र में  परमबीर सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उनके लिए 100 करोड़ रुपये प्रति महीने वसूली करने के लिए कहा था. इसी सब के बीच में आमिर खान के शो सत्यमेव जयते का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 

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सत्यमेव जयते में पहुंचे थे IPS ऑफिसर संजय पांडे

इसमें आईपीएस ऑफिसर संजय पांडे बातचीत करते दिख रहे हैं. वो इसमें पुलिस द्वारा लिए जाने वाली रिश्वत के बारे में बता रहे हैं. 

आमिर ने सवाल किया- 'हम देखते हैं कि पुलिस या कान्सटेबल जो हैं वो हमसे सड़क पर या नुक्कड़ पर रिश्वत लेता है. चाहे वो आम इंसान हो या ऑटो रिक्शा ड्राइवर हो...हम ये कह रहे हैं कि कान्सटेबल कम कमा रहे हैं, लेकिन हमसे तो बहुत ज्यादा वसूल कर रहे हैं. तो फिर उसकी आमदनी तो अच्छी होनी चाहिए.'

इस पर संजय पांडे ने कहा- 'आमदनी उसी आदमी तक सीमित रहती हो तो मैं मानने को तैयार हूं. वो बेचारा सारी आमदनी कलेक्ट करके अपने घर ले जा पाता होगा ऐसा मुझे पूरा विश्वास नहीं है. हम सभी डेमोक्रेसी में हैं. हर आदमी के ऊपर कोई है. सीनियर्स होते हैं. सीनियर्स के भी सीनियर्स होते हैं उसके बाद पॉलिटिशियन हैं पूरी श्रृंखला है.'

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तो फिर आमिर पूछते हैं कि ये लोग दुकानदारों से हफ्ते भी लेते हैं. तो आपका कहना है कि ये पैसा कहीं और बांटा जाता है. 

इस पर संजय ने कहा- 'इसे मैं समझाता हूं. सामान्य नागरिक को समझाने के लिए दो तरीके से इस तरह के भ्रष्टाचार को मैं मानता हूं. एक तो है डिसओर्गेनाइज तरीका. जैसे चलते हुए कि आपका लाइसेंस किधर है. आपने बताया नहीं है ठीक है कुछ एडजेस्ट करते हैं. तो ऐसे एडजेस्ट हो जाता है. तो इसमें कुछ भी ओर्गेनाइज तरीके से नहीं है.' 

'कुछ चीजें बहुत ओर्गेनाइज भी हैं. जैसे हमारे यहां रेस्टोरेंट हैं, FL-3 लाइसेंस हैं, लिकर बार है, महाराष्ट्र में बहुत बड़ा डांस बार है, जिन पर बैन भी लगा है कहीं-कहीं चालू भी होंगे. तो ये ओर्गेनाइज सेटेलमेंट, इंस्टिट्यूशनल कलेक्शन है ये अलग है. ज्यादा से ज्यादा डिस्ट्रिब्यूशन...बजटरी एस्टिमेंशन करीब-करीब सभी को पता होता है. जैसे हमारे यहां इतने रेस्टोरेंट्स हैं. ये पूरा एक सिस्टम बना हुआ है.'

 

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