डायरेक्टर अब्बास-मस्तान की फिल्म 'बाजीगर' शाहरुख खान, काजोल और शिल्पा शेट्टी के लिए करियर चेंजिंग मूवी थी. उस फिल्म से शाहरुख हर घर में एक पॉपुलर नाम बने. उनका किरदार सभी को बेहद पसंद आया. लेकिन इस फिल्म में एक एक्टर ऐसा भी था जिसकी किस्मत नहीं बदल पाई थी. एक्टर आदि ईरानी ने 'बाजीगर' के बाद बहुत मुश्किल समय देखा. उन्हें फिल्मों में काम मिलना कम हुआ और वहीं से उनका स्ट्रगल भी शुरू हुआ.
आदि ईरानी ने सुनाई स्ट्रगल की कहानी
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान आदि ईरानी ने अपने मुश्किल समय को याद किया. उन्होंने कहा कि 'बाजीगर' जैसी फिल्म के बाद भी उन्हें काफी स्ट्रगल करना पड़ा. एक्टर ने कहा, 'मेरी पहली बेटी 1995 में पैदा हुई थी और उस दौरान दूध 5 रुपये का आता था और कभी-कभी मेरे पास उतने पैसे भी नहीं होते थे. हर रोज मुझे शहर में काम और रोल के लिए भटकना पड़ता था जिसके लिए मैं अपने दोस्त से उसका स्कूटर मांगता था. कभी-कभी मेरे पास स्कूटर में पेट्रोल भरवाने जितने पैसे नहीं हुआ करते थे.'
आदि ने आगे बताया कि जब उनके पास पेट्रोल जितने पैसे नहीं होते थे, तब वो अपने घर से बस स्टॉप तक पैदल जाते थे. उन्होंने आगे कहा, 'मुझे याद है लोग मुझसे पूछते थे कि आप बस स्टॉप पर क्या कर रहे हैं? मैं उनसे झूठ कह देता था कि दोस्त का इंतजार कर रहा हूं. फिर वो कहते थे कि आपको बस से ट्रैवल क्यों करना पड़ रहा है? मैं उनकी बात सुनकर चुपचाप घर चला जाता था.'
दूध, फोन, पेट्रोल खरीदने के भी नहीं थे आदि के पास पैसे
आदि ईरानी बताते हैं कि एक वक्त पर उनके पास फोन खरीदने तक के पैसे नहीं हुआ करते थे. उनके घर के पास एक पीसीओ बूथ था जहां वो रोज अपने लिए मैसेज 1 रुपये में लेते थे. अगर उन्हें एक कॉल बैक करना होता था, तो वो पीसीओ वाले को 1 रुपया ज्यादा दिया करते थे. उन्होंने काम के लिए हर किस्म के रोल के लिए हां किया था क्योंकि उन्हें अपना घर चलाने के लिए पैसों की जरूरत थी.
आदि ईरानी बॉलीवुड की तमाम फिल्में जैसे 'बाजीगर', 'चोरी चोरी छुपके छुपके', 'वेलकम', 'बादशाह' में छोटे या साइड रोल्स कर चुके हैं. वो लेजेंडरी एक्ट्रेस अरुणा ईरानी के सगे भाई भी हैं. एक्टर ने 'बाजीगर' फिल्म में विक्की मल्होत्रा का किरदार निभाया था जो शाहरुख खान के किरदार का दोस्त था. आदि का किरदार फिल्म की कहानी में एक बड़ा ट्विस्ट लेकर आता है और उसी से फिल्म का क्लाइमैक्स भी तय होता है.