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संजय दत्त की वास्तव में काम करने वाले एक्टर किशोर नंदलास्कर की कोरोना से मौत

फिल्म वास्तव, सिंघम, सिंबा और अन्य फिल्मों में बेहतरीन किरदार निभाने वाले एक्टर किशोर नंदलास्कर का आज 20 अप्रैल 2021 को कोरोना की वजह से निधन हो चुका है. को-स्टार उषा नाडकर्णी ने ईटाइम्स से बातचीत के दौरान कई यादों को याद किया और साथ ही कई खुलासे भी किए.

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उषा नाडकर्णी-किशोर नंदलास्कर
उषा नाडकर्णी-किशोर नंदलास्कर

फिल्म वास्तव, सिंघम, सिंबा और अन्य फिल्मों में बेहतरीन किरदार निभाने वाले एक्टर किशोर नंदलास्कर का आज 20 अप्रैल 2021 को कोरोना की वजह से निधन हो चुका है. 81 साल के अभिनेता मराठी मनोरंजन इंडस्ट्री में काफी पॉपुलर स्टार में से थे. वे फिल्म वास्तव की को-स्टार उषा नाडकर्णी के खास दोस्त थे. ईटाइम्स से बातचीत के दौरान, उषा ने फिल्म के दौरान कई यादों को याद किया, कि कैसे वे प्रोफेशनली एक अच्छे अभिनेता थे और उन्होंने अपने जीवन के अंत की ओर अकेला क्यों महसूस किया.

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उनके निधन के बारे में बात करते हुए उषा नाडकर्णी ने कहा, "उनके निधन के बारे में सुनकर मुझे बहुत बुरा लगा. वह एक ऐसे व्यक्ति थे कि कभी-कभी वह अकेले एक तरफ चलते थे, और बाकी 'वास्तव' की टीम दूसरी तरफ. फिर हमारी सारी टीम मिलकर उनसे बात करती थी ओर उन्हें अपनी तरफ खींचती थी". 
 
उषा नाडकर्णी: डिप्रेशन में थे किशोर 
उषा नाडकर्णी ओर किशोर नंदलास्कर ने कई फिल्मों में एक साथ किरदार निभाया है. ये यादें तजा करते हुए उषा ने बताया, "मैंने और किशोर ने कई सारे प्रोजेक्ट्स में एक साथ काम किया है, जिसमें ड्रामा से लेकर फ़िल्में भी शामिल हैं. कभी-कभी तो ऐसा होता था कि वे इतने परेशान रहते थे कि वे अपने काम पर ध्यान नहीं दे पाते थे. मुझे याद है जब हम एक प्ले में एक साथ काम कर रहे थे, तब ड्रामे के बीच में उन्हें स्टेज के पीछे जाकर अपने एक सीन के लिए धोती बदलनी थी लेकिन वे इतना डिप्रेस्ड थे कि उन्होंने धोती की जगह पजामा पहन लिया था".

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उन्होंने आगे कहा, "उन्हें कई पर्सनल और पारिवारिक समस्याएं थीं. उन्हें अपने निजी जीवन के बारे में तनाव और चिंता रहती थी, और इसीलिए वह अकेले रहा करते थे. वह अपने परिवार के संग कभी नहीं रहे हैं क्योंकि उनको उनके विचार असहज महसूस कराते थे".

इंडस्ट्री को लेकर था एक दर्द 
उषा ने आगे खुलासा किया कि किशोर के दिल में हमेशा से ही इंडस्ट्री को लेकर एक दर्द था. उन्होंने कहा, "किशोर ने कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया था, और वह इतने लंबे समय से इंडस्ट्री का हिस्सा थे, लेकिन किसी ने कभी उन्हें एक फोन तक नहीं किया. वह मुझसे कहते थे कि उषा केवल आप मुझे फोन करती हैं, कोई मुझे फोन नहीं करता है और न ही यह पूछता है कि मैं क्या कर रहा हूं या मैं जिंदा हूं या नहीं. आपके अच्छे समय में लोग आपके साथ होंगे, लेकिन आपके लाइमलाइट के चले जाने के बाद आपकी कोई परवाह नहीं करेगा. मैं उनकी इस बात से पूरी तरह सहमत थी".

सन्‍नाटा के नाम से थे काफी फेमस 
बता दें, किशोर नंदलास्कर ने 1989 में आई मराठी फिल्म 'इना मीना डीका' से बड़े पर्दे पर डेब्यू किया था. उन्‍होंने 'वास्‍तव', 'खाकी' और 'सिंघम' जैसी हिंदी फ‍िल्‍मों में भी काम किया था. उन्‍होंने मराठी और हिंदी के अलावा गुजराती फिल्‍मों में भी किरदार निभाया है. मालूम हो साल 2000 में आई गोविंदा स्‍टारर फिल्‍म 'जिस देश में गंगा रहता है' में सन्‍नाटा का रोल निभाया था. जिसके बाद वे बॉलीवुड में भी काफी पॉपुलर हुए थे. 

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