
जनता को साल 2023 शुरू होने के पहले से जिन फिल्मों का इंतजार बेसब्री से था, उनमें से एक 'आदिपुरुष' का ट्रेलर आ चुका है. डायरेक्टर ओम राउत ने अनाउंस किया था कि वो रामायण की महागाथा को, आज की बेस्ट सिनेमेटिक तकनीकों और ग्राफिक्स के साथ एक एपिक अंदाज में स्क्रीन पर लाना चाहते हैं. इस अनाउंसमेंट के बाद से ही जनता टकटकी लगाए 'आदिपुरुष' की पहली झलक का इंतजार कर रही थी.
पिछले साल का दशहरा जनता के इस इंतजार का जवाब लेकर आया और 'आदिपुरुष' का टीजर रिलीज किया गया. इस टीजर में VFX का लेवल लोगों को इतना अजीब लगा कि ट्विटर पर 'आदिपुरुष' को 'कार्टून फिल्म' कहकर ट्रोल किया जाने लगा. जनता के दिल में उतर चुकी रामायण की कहानी को स्क्रीन पर उतारने में कोई भी चूक, आखिर कहां ही बर्दाश्त की जानी थी!
मेकर्स ने दर्शकों के मूड को समझा और फिल्म टालकर इसके VFX और ग्राफिक्स को और सुधारने का फैसला किया. जनता का इंतजार थोड़ा और लंबा हो गया. मगर अब ये इंतजार खत्म हो चुका है और मंगलवार को, दोबारा 'फाइन-ट्यून' की गई 'आदिपुरुष' का ट्रेलर आ चुका है. इस बात के लिए मेकर्स की तारीफ करनी होगी कि अब 'आदिपुरुष' के ग्राफिक्स पहले से कहीं बेहतर नजर आ रहे हैं. साउंड और म्यूजिक डिपार्टमेंट में तो फिल्म का अच्छी-खासी बड़ी हॉलीवुड प्रोडक्शन्स को टक्कर दे सकती है.
'आदिपुरुष' के ट्रेलर में थीम के तौर पर यूज किया गया 'जय श्री राम' गाना तो रोंगटे खड़े करने वाला फील देता है. लेकिन रामायण के इस VFX-जनित, ग्राफिक बेस्ड और अलौकिक वर्जन को तैयार करने की कोशिश में फिल्म से एक चीज मिसिंग लग रही है. 'आदिपुरुष' के ट्रेलर में किरदारों की ऑथेंटिसिटी और उनका फील बहुत बदला हुआ लगता है.
भारतीय संस्कृति में रामायण इस कदर घुली हुई है कि अगर किसी ने वाल्मीकि रामायण या तुलसीदास रचित रामचरितमानस नहीं भी पढ़ी हो, तब भी इस कथा से और इसके पात्रों के बारे में उसे एक मोटी-मोटी जानकारी रहती ही है. इसमें एक योगदान रामानंद सागर के 'रामायण' सीरियल का भी है जिसने पहली बार राम कथा को बेस्ट पॉसिबल तरीके से टीवी पर पेश किया. 'आदिपुरुष' के ट्रेलर में नजर आ रहे मुख्य किरदारों को देखकर कैसा लगा, आइए जानते हैं.
राघव के रोल में प्रभास
ओम राउत ने 'आदिपुरुष' के बारे में एक इंटरव्यू में कहा था कि वो रामायण को अपने अलग अंदाज में स्क्रीन पर पेश करना चाहते हैं. ऐसा करने के लिए उन्होंने रामायण के पात्रों को अल नाम भी दिए हैं. जैसे- प्रभु श्रीराम पर आधारित उनके किरदार का नाम राघव है और मां सीता के किरदार को उन्होंने जानकी नाम दिया है.
'आदिपुरुष' के जिन किरदारों को ओम राउत पर्दे पर उतारने जा रहे हैं, उनके बारे में एक बेसिक चीज याद रखने लायक है. रामायण के सभी पात्रों को माइथोलॉजिकल भगवानों का दर्जा दिया जाता है. ऐसे में फिल्म के सभी किरदारों में एक खास तरह के ऑरा की उम्मीद भी है, जो अपीयरेंस और व्यवहार के कॉम्बिनेशन से आता है.
'रामायण' टीवी सीरियल में राम के लिए अरुण गोविल का ऑडिशन पहले रिजेक्ट कर दिया गया था. बताया जाता है कि फिर उन्हें उनकी आइकॉनिक मुस्कान के लिए रिजेक्ट होने के बावजूद मौका दिया गया. यही मुस्कुराहट अरुण गोविल के किरदार की पहचान बन गई. इस एक चीज ने उन्हें ऐसा ऑरा दिया कि आज भी कितने ही लोग उन्हें श्री राम ही मानते हैं.
'आदिपुरुष' में राघव बने प्रभास के चेहरे से वो सौम्यता गायब लगती है. प्रभास हमारे दौर के बहुत बड़े स्टार हैं और एक्शन बेस्ड किरदारों में यकीनन वो बहुत दमदार लगते हैं. लेकिन इस किरदार में वो इतना नहीं जमते जितना 'बाहुबली' में सूट कर रहे थे. 'आदिपुरुष' के ट्रेलर में जितने भी सीन हैं, उनमें प्रभास एक बार भी प्यार से मुस्कुराते नहीं दिखते. प्रभास का किरदार, रामायण के राम को एक शक्तिशाली योद्धा के एंगल से अप्रोच करता हुआ लगता है.
लक्ष्मण और सनी सिंह
'आदिपुरुष' में श्री राम के छोटे भाई, लक्ष्मण का किरदार सनी सिंह प्ले कर रहे हैं. लक्ष्मण के किरदार में एक डिटेल तो सभी को पता होती है- उनका विस्फोटक गुस्सा. जिन भगवान परशुराम को उनके गुस्से के लिए ही पहचाना जाता है, सीता के स्वयंवर में लक्ष्मण उन परशुराम से भी उलझने लगे थे. 'आदिपुरुष' के ट्रेलर में सनी को देखकर लगता ही नहीं कि वो लक्ष्मण बने हैं. उनकी बॉडी लैंग्वेज में भी एग्रेशन नहीं नजर आता. रामानंद सागर की 'रामायण' में लक्ष्मण का रोल करने वाले सुनील लहरी की परफॉरमेंस इस मामले में एकदम सटीक थी.
हनुमान के किरदार में देवदत्त नागे
'आदिपुरुष' में देवदत्त नागे, की कास्टिंग बहुत फिट बैठती है. इस बात का पूरा क्रेडिट देवदत्त को दिया जाना चाहिए कि 'अतुलित बल धामा' हनुमान के फिजिकल एस्पेक्ट को पूरा मैच करते हैं. 'रुस्तम-ए-हिंद' दारा सिंह ने जिस किरदार को आइकॉनिक बनाया, उसे निभाना कोई आसान बात नहीं है. लेकिन दारा सिंह के हनुमान सिर्फ विशालकाय शरीर की वजह से आइकॉनिक नहीं थे. बल्कि इस किरदार में उन्होंने जो छोटी छोटी हरकतें जोड़ीं, वो जनता को बांध लेती थीं. जैसे किसी दूसरे किरदार से किसी कन्वर्सेशन के बीच दारा सिंह जिस तरह अपनी गर्दन एक तरफ झुला लेते थे. या फिर जिस तरह वो कई बार अपनी आंखें घुमाते हुए बात करते थे और कभी एकदम से कई बार पलकें झपकाते रहते थे.
रामायण हो या रामचरितमानस, हनुमान की शक्ति का गुणगान तो हर जगह मिलता है. मगर उनका किरदार अपनी ताकत को किसी खिलौने की तरह ट्रीट करता था. उन्हें कभी क्रोध का पर्याय नहीं माना गया. मगर 'आदिपुरुष' में हनुमान के एक्सप्रेशन क्रोध जताते हैं. 'रामायण' सीरियल में दारा सिंह के हनुमान हंसी खेरल में रावण की अशोक वाटिका उजाड़ देते हैं. वो अपने आराध्य श्री राम के शत्रु, रावण के सामने भी जिस रिलैक्स अंदाज में सारी बातें करते हैं, वो हनुमान की बेहद सटीक छवि थी. 'आदिपुरुष' में ऐसा नहीं है.
सीता के किरदार में कृति सेनन
दीपिका चिखलिया जब रामानन्द की रामायण में सीता बनीं तो एक वो दिन था और आज का दिन उन्हें माता सीता ही लोगों ने मान लिया है. उसकी वजह सिर्फ एक्टिंंग नहीं थी. उसकी वजह थी किरदार को पर्दे पर जीना. जैसी मां सीता की कल्पना आप रामायण पढ़ने के बाद करते हैं. तकरीबन वैसा ही किरदार दीपिका ने निभाया. इसका सबूत है उनको मिली शोहरत. जो सालों बाद भी कायम है. अब बात करते हैं कृति सेनन की जो आदिपुरुष के ट्रेलर में भी वो कृति सेनन लग रही हैं.
एक ट्रेलर के आधार पर पूरी फिल्म को जज करना वैसे तो एक ज्यादती ही है. मगर ये ट्रेलर्स का कॉन्सेप्ट ही यही है कि वो आपको फिल्म की सबसे बेस्ट झलक ऑफर करें. 'आदिपुरुष' का ट्रेलर इसे एक ऐसी फिल्म बता रहा है जो KGF-RRR जैसे एक्शन और एंटरटेनमेंट भरे प्रोडक्ट को शानदार कामयाबी दिलाने वाली जनता को टारगेट कर रहा है.