सोमवार को ऐश्वर्य राय बच्चन पनामा पेपर्स मामले में ईडी के सामने हाजिर हुईं. अब खबर है कि अभिषेक बच्चन से नवम्बर में ईडी ने पूछताछ की थी. इस पूछताछ में अभिषेक बच्चन ने कुछ फाइनेंसियल ट्रांसक्शन के बारे में बताया था. इन ट्रांसक्शन की अभी भी जांच जारी है.
ईडी ने ऐश्वर्या राय बच्चन को समन किया था, जिसके बाद वह सोमवार को ईडी के दफ्तर पहुंची. यहां उनसे पनामा पेपर्स लीक मामले में पूछताछ की गई. ऐश्वर्या को पहले भी दो बार समन भेजा गया था, लेकिन दोनों ही बार उन्होंने नोटिस को स्थगित करने की गुजारिश की थी. ये गुजारिश ऐश्वर्या ने पनामा पेपर्स लीक की जांच कर रही स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम से की थी.
ईडी ने ऐश्वर्या को फेमा के मामले में समन किया था. यह समन नवंबर में 9 तारीख को बच्चन परिवार के घर भेजा गया था. 15 दिन में इसका जवाब मांगा गया था. ऐश्वर्या ने ईमेल के जरिए ईडी को जवाब दिया. पनामा पेपर्स लीक मामले की जांच कर रही SIT में ईडी, इनकम टैक्स और दूसरी एजेंसी शामिल हैं.
जब अभिषेक बच्चन को फ्रंट सीट से उठाकर कहा- पीछे चले जाइए...
क्या है पनामा पेपर लीक?
पनामा पेपर लीक मामले में Mossack Fonseca नाम की एक कंपनी के लीगल दस्तावेज लीक हुए थे. ये डेटा जर्मन न्यूजपेपर Süddeutsche Zeitung (SZ) ने Panama Papers नाम से 3 अप्रैल 2016 को रिलीज किया था. इसमें भारत समेत 200 देशों के राजनेता, बिजनेसमैन, सिलेब्रिटी के नाम शामिल थे, जिनपर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे. इसमें 1977 से 2015 के अंत तक की जानकारी दी गई थी. लिस्ट में 300 भारतीयों के नाम शामिल थे. इसमें ऐश्वर्या के अलावा अमिताभ बच्चन, अजय देवगन का भी नाम शामिल था.
ऐश्वर्या और अमिताभ के अलावा इसमें देश के पूर्व सॉलिसिटर जनरल और सुप्रीम कोर्ट के वकील हरीश साल्वे, भगोड़े कारोबारी विजय माल्या, मोस्ट वान्टेड क्रिमिनिल इकबाल मिर्ची का नाम भी इसमें शामिल था. मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने इस मामले में मल्टी एजेंसी ग्रुप (MAG) का गठन किया था. इनमें CBDT, RBI, ED और FIU को शामिल किया गया था. MAG सभी नामों की जांच करके रिपोर्ट काले धन के जांच के लिए बनी SIT और केंद्र सरकार को दे रही थी.
अब अभिषेक बच्चन के बारे में बात सामने आने से इस मामले को नया मोड़ मिला है.