इंडियन सिनेमा में ऐसा कभी नहीं हुआ होगा जब दो फिल्म इंडस्ट्री के बीच विवाद चला हो. हिंदी के राष्ट्रभाषा होने पर साउथ और नॉर्थ इंडस्ट्री के बीच बहसबाजी फुलऑन जारी है. किच्चा सुदीप के कमेंट पर अजय देवगन, सोनू सूद के बाद अब भजन सम्राट अनूप जलोटा का रिएक्शन आया है.
हिंदी विवाद पर क्या बोले अनूप जलोटा?
इंडिया टु़डे टीवी से बातचीत में अनूप जलोटा ने कहा कि साउथ फिल्में हिंदी में डब होती हैं तब जाकर वे इंडिया तक पहुंचती हैं. वे कहते हैं- महात्मा गंधी हिंदी में बात करते थे. ज्यादातर भारतीय ये भाषा समझते हैं. इस बारे में बात कर हम लोग अपना पूरा समय बर्बाद कर रहे हैं. साउथ इंडियन भाषाओं की इज्जत की जाती है. बिहारी और पंजाबी भाषा का भी सम्मान किया जाता है. लेकिन लोग हर भाषा नहीं समझते हैं. साउथ इंडियन फिल्मों को हिंदी में डब किया जाता है ताकि लोग उन्हें समझ सकें. हमारी हिंदी भाषा को हर कोई समझता है. अगर साउथ इंडियन फिल्म हिंदी में डब होगी तब वो भारत के हर एक कोने तक पहुंचेगी.
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हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की तरफ से लगातार किच्चा सुदीप के कंट्रोवर्सियल बयान पर रिएक्शन आ रहा है. सोनू सूद का कहना है कि भारत की एक ही भाषा है जो कि एंटरटेनमेंट है. हिंदी भाषा की इस जंग में साउथ और बॉलीवुड सितारों का गुट बन गया है. राम गोपाल वर्मा ने खुलकर किच्चा सुदीप के बयान का सपोर्ट किया है. उनका तो ये तक कहना है कि बॉलीवुड के सितारे साउथ स्टार्स से इंसिक्योर हैं. क्योंकि कन्नड़ मूवी केजीएफ 2 ने पहले दिन 50 करोड़ के साथ खाता खोला है.
किच्चा सुदीप ने ये क्या कह दिया?
हिंदी भाषा को लेकर चली इस बहसबाजी पर जल्द ब्रेक लगना मुश्किल दिख रहा है. पोस्ट पैनेडेमिक जिस तरह से साउथ मूवीज का बॉक्स ऑफिस पर डंका बजा है उसके बाद से लोगों में बॉलीवुड मूवी का क्रिटिसिज्म बढ़ा है. इसी का नतीजा है वे विवाद. बॉलीवुड स्टार्स जहां साउथ फिल्मों की सक्सेस को एक फेज बता रहें और हिंदी सिनेमा का बचाव कर रहे. वहीं साउथ मूवीज के बैक टू बैक हिंदी रीमेक बनने की भी आलोचना हो रही है. ऐसे में किच्चा सुदीप का ये बयान सामने आना कि हिंदी अब राष्ट्रीय भाषा नहीं रह गई है...आग में घी डालने का काम करती है.
हिंदी को लेकर मचे इस बवाल पर आपका क्या कहना है?