इस साल के मोस्ट पॉपुलर टाइटिल ट्रैक में से एक अर्जन वैली को काफी पसंद किया जा रहा है. गाने को लेकर फैंस में काफी उत्सुकता है, वो कभी इसके लिरिक्स गूगल करते, तो कभी इसकी हिस्ट्री को जानने की कोशिश करते. बता दें, एनिमल फिल्म में इस गाने को मनन भारद्वाज ने कंपोज किया है. मनन ने इसकी रिकॉर्डिंग का किस्सा हमें बताया.
आजतक डॉट इन से बातचीत पर मनन बताते हैं, 'जिस तरह से गाने को सराहना मिल रही है. मैं उस खुशी को बयां नहीं कर सकता हूं. मैंने हमेशा खुद को डायरेक्टर का कंपोजर माना है. मुझे जिस तरह से इंस्ट्रक्शन दिए जाते हैं, मैं उसी के अनुसार गाने को रिकॉर्ड करने की कोशिश करता हूं. गाने की पॉपुलैरिटी का क्रेडिट इस फिल्म के डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा को ही जाता है. उनका विजन काफी क्लियर था. मेरे हिसाब से यह डायरेक्टर का ही एल्बम है.'
गाने की पॉपुलैरिटी को डायजस्ट नहीं कर पा रहा
गाने को मिल रहे प्यार पर मनन कहते हैं, 'सच कहूं, तो मैं इस बात को डायजस्ट ही नहीं कर पा रहा हूं. समझ नहीं आ रहा है कि इस सक्सेस को कैसे सेलिब्रेट करूं. इसलिए मैं ज्यादा से ज्यादा काम में खुद को मशगूल कर ले रहा हूं. यह काफी समय बाद हुआ है कि फिल्म की एल्बम के सारे गाने टॉप चार्ट पर है. मेरा गाना टॉप पर एक लंबे समय से बरकरार है. मैं टॉप 100 के अंदर ग्लोबली इंटर कर चुका हूं. इस चीज को कैसे सेलिब्रेट करते हैं, ये मैंने अभी तक सीखा नहीं है. यह मेरे साथ पहली बार हुआ है. यह मेरे लिए अन-रियल सा है.
डायरेक्टर की तरफ से मिली थी पूरी आजादी
संदीप से मिले इंस्ट्रक्शन पर मनन बताते हैं, 'मुझे संदीप सर की सबसे अच्छी बात यह लगी कि वो रिकॉर्डिंग के समय मौजूद थे. अर्जन वैली की रिकॉर्डिंग गुड़गांव में हुई थी. यहीं मेरा स्टूडियो है. मैंने सिंगर भूपिंदर बब्बल जी को यूके से खास बुलाया था. तकरीबन 20 घंटे बैठकर हमने इस गाने को क्रिएट किया था. संदीप सर ने मुझे इस गाने को कंपोज करने की पूरी फ्रीडम दे रखी थी. उन्होंने मुझे सीन अच्छे से नरेट किया था. जब डायरेक्टर सीन को बेहतरीन तरीके से नरेट कर दे, तो कंपोजर का काम वहीं आसान हो जाता है.'
इस तरह से नरेट किया गया था सिचुएशन
मनन आगे कहते हैं, 'नरेशन के दौरान संदीप सर ने कहा कि भाईयों के बीच लड़ाई हो रही है. कॉरिडोर में खून की नदियां बह रही है. एक्टर गंडासे लेकर मार रहा है और भाई गाना गा रहा है. कुछ इस तरह का नरेशन मिला था. आपने देखा होगा, गाने के अंदर साइलेंस बहुत अच्छा काम कर रही है. जो टिपिकल पंजाबी सॉन्ग में ढोल ताशे, नगाड़ें होती हैं, मैंने उसका इस्तेमाल नहीं किया है. मैंने केवल ग्रूव रखा है. आप देखोगे, तो समझोगे कि पंजाबी गाने बहुत फास्ट टेंपो पर होता है, लेकिन मैंने इसे बहुत ही स्लो पेस पर रखा था ताकि सीन जस्टिफाई हो सके.'
24 घंटे में रेकॉर्ड हुआ था गाना
गाने की रिकॉर्डिंग पर कहते हैं, 'एक दिन में हमने इस गाने को रिकॉर्ड कर लिया था. संदीप सर ने मुझसे कहा था कि उन्हें सिंगर के रूप में भूपिंदर बब्बल से ही गवाना है. संदीप सर का तर्क था कि भूपिंदर जी फोक सॉन्ग को लेकर बहुत ही परफेक्ट चॉइस हैं. मैंने फिर भूपिंदर जी को अप्रोच किया और कुछ इस तरह से हम साथ आए. हम सुबह आठ-नौ बजे के आसपास बैठे थे और अगली सुबह दस बजे तक हमने गाने को रिकॉर्ड कर लिया था. उस वक्त बस रिकॉर्ड हुआ था. म्यूजिक तो मैंने कुछ दिन बाद जाकर 40 मिनट में बनाया था. इससे पहले मैंने 8 ड्राफ्ट बनाए थे, जिसे मैंने खुद ही डिसकार्ड कर दिया था. संदीप सर को जब अपने 40 मिनट वाला कंपोजिशन भेजा, तो उन्होंने फौरन हामी भर दी.'
पहले सायरन का ट्यून नहीं चाहते थे संदीप
मनन आगे कहते हैं, 'इस गाने में मैंने म्यूजिक के साथ-साथ ग्लास टूटने और सायरन का इस्तेमाल किया था ताकि वो स्वैग दिख सके. सायरन के इस्तेमाल पर पहले तो संदीप सर ने कहा कि इसे हटा सकते हैं. फिर उसी शाम को उनका कॉल आया कहा कि मैंने दस बार इस गाने को सुना है और मुझे लगता है सायरन पूरी तरह से इस ट्यून के साथ मैच हो रहा है. इसे मत हटाना.'