बॉलीवुड में एक लंबे समय से कोरियोग्राफर रहे गणेश आचार्य अपनी फिल्म देहाती डिस्को लेकर आ रहे हैं. इस फिल्म में गणेश न केवल एक्टिंग करते नजर आएंगे बल्कि डायरेक्शन की जिम्मेदारी भी उन्होंने ही संभाली है. aajtak.in से बातचीत में गणेश ने अपने कोरियाग्राफी के काम और आज डांस में बढ़ते वेस्टर्न कल्चर पर खूब बातचीत की.
गणेश आचार्य गोविंदा, रणवीर सिंह जैसे एक्टर्स को देहाती डांसर मानते हैं जो दिल से डांस करते हैं. इनके डांसिंग स्टाइल को पब्लिक का बहुत प्यार मिलता है. उन्होंने गानों की शूटिंग के कई किस्से बताए, जैसे चिकनी चमेली गाने को कटरीना कैफ ने नंगे पांव शूट किया था. डांसिंग के दौरान उनके पांव कितने छिले और उन्हें कितनी चोट लगी ये केवल वहां मौजूद लोगों को ही पता है. उनकी मेहनत रंग लाई और गाना पॉपुलर हो गया. उर्मिला ने छम्मा-छम्मा सॉन्ग में अपने वजन से आधा भारी गहने पहन रखे थे. डांस के वक्त उनका भी बुरा हाल था. गोरिया चुरा न मेरा जिया गाने में करिश्मा कपूर के घुटने छिल गए थे.
अल्लू अर्जुन की जिद और पुष्पा का ओ अंटावा
अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा का आइटम सॉन्ग ओ अंटावा फिल्म की एक बड़ी खूबी साबित हुई. गणेश बताते हैं कि मुझे कॉल आया कि 17 तारीख को फिल्म रिलीज होनी है, उससे पहले समांथा और अल्लू ओ आंटावा आइटम सॉन्ग रखना चाहते हैं. उसी महीने के 2 तारीख को मेरी आंख का ऑपरेशन होना था. अर्जुन का कॉल आया और वो जिद पर आ गया कि आपसे ही कोरियोग्राफ करवाना है. मैंने डॉक्टर को मनाकर डेट बदलवाई. शायद इस गाने को इतिहास रचना था, इसलिए ये सब चीजें हुईं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह गाना इतना पॉप्युलर होगा. हालांकि चिकनी चमेली के वक्त भी ऐसा नहीं लगा था. हमारा काम है मेहनत करना, पब्लिक का काम होता है उसको सराहना या चलाना. कई बार कोई काम नहीं पहुंच पाता है लेकिन हम निराश नहीं होते हैं. अपनी मेहनत पर कोई कमी नहीं लाने देते हैं.
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वेस्टर्न कल्चर को कॉपी करने में फंसे हम भारतीय
गणेश कहते हैं कि हमारा देश वेस्टर्न कल्चर को कॉपी करने के चक्कर में अपनी ओरिजनैलिटी भूल जाता है. वो वेस्टर्न डांस सीखकर गौरवान्वित महसूस करते हैं. मैं इस फिल्म के जरिए यही कहना चाहता हूं कि हां, अलग-अलग डांस फॉर्म सीखना सही है लेकिन आप हिंदुस्तानी कल्चर और उसके डांस फॉर्म्स को कमतर नहीं आंक सकते. देहाती डिस्को टाइटिल भी इसलिए है कि वेस्टर्न और देसी दोनों का कॉम्बिनेशन से डांस फॉर्म चले, तो बेहतर होगा.
बच्चों पर वेस्टर्न डांस थोपने के मुद्दे पर गणेश काफी नाराज नजर आए. वो कहते हैं कि आजकल के बच्चों पर वेस्टर्न डांस थोपा जाता है. उन्हें क्लासिकल सिखाने के बजाए इस तरह के डांस सिखाए जाते हैं. आप बॉलीवुड गानों पर हिप-हॉप, हाउस, लॉकिंग-पॉपिंग सबकुछ डालते हैं. लेकिन अगर भांगड़ा, लावणी, गरबा या क्लासिकल डांस डालेंगे, तो क्या गलत हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि अगर गणेश आचार्य 35 साल से डांस सिखा रहा है और लोगों को पसंद आ रहा है, तो बता दूं ये बाहर से सीखा हुआ कुछ नहीं है बल्कि उसका खुद का स्टाइल है. मेरे ततड़-ततड़ सॉन्ग, मल्हारी, चिकनी चमेली, ओ आंटावा जैसे गाने कितने आइकॉनिक रहे हैं. ततड़-ततड़ को टाइम्स स्क्वॉयर में शो किया गया. इंडियन डांस जब ऐसी जगहों पर वाहवाही पाता है, तो बहुत गर्व महसूस होता हूं. दुर्भाग्य की बात है कि ज्यादातर भारतीय ये नहीं समझते हैं.