scorecardresearch
 

'किसी धर्म को कैसे सेलिब्रेट करूं ये मेरी मर्जी' ईद की पोस्ट पर हुए ट्रोल, भड़के शान

बीते दिनों सिंगर शान सोशल मीडिया पर अपने एक पोस्ट को लेकर चर्चा में रहे. दरअसल शान ने ईद के मौके पर जालीदार टोपी और नमाज पढ़ते हुए एक पुरानी तस्वीर शेयर की थी. जिसपर कई फैंस के निगेटिव रिएक्शन आने लगे थे. शान ने बाकायदा एक वीडियो पोस्ट कर अपनी बात भी रखी है. अब शान डीएम पर मिल रहे कमेंट्स से परेशान हैं.

Advertisement
X
शान
शान

ईद के मौके पर बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर प्लेबैक सिंगर शान ने जब सोशल मीडिया पर अपनी नमाज पढ़ती तस्वीर शेयर की, तो उनके फैन का कुछ वर्ग निराश हो गया. इस पूरे मामले पर शान ने हमसे एक्सक्लूसिव बात कर बताया कि उन्हें कई यूजर्स के निगेटिव भरे कमेंट्स भी आ रहे हैं. 

Advertisement

शान पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर खासे एक्टिव हैं. उन्होंने समय दर समय ट्रोलर्स को अपने तरीके से हैंडल किया है. कभी वो उनसे गालियां न देने की रिक्वेस्ट करते, तो उनकी गलत बात पर डांट भी लगाते हैं. सोशल मीडिया पर बढ़ती ट्रोलिंग पर शान कहते हैं, देखो, यहां पर कई ऐसे अनाम चेहरे हैं, इनका कोई वजूद ही नहीं है, ऐसे लोग निगेटिविटी भरे हुए होते हैं, वैसे लोगों से तो मैं खुद की तुलना नहीं कर सकता हूं न. मैं कहां तक सही हूं और कहां तक गलत हूं. इसका मुझे पता होता है. अगर मैं गलत होता भी हूं, तो मैं उसके लिए माफी मांगने में मुझे कोई हिचक नहीं होती है. मैं किसी को टेड़ी अक्ल या सोच हो, तो मैं इससे खुद को थोड़े न बदल सकता हूं. बहुत सारे लोग कहते भी हैं कि अरे इसको इग्नोर करो. फिर मुझे लगता है कि शायद मेरे कुछ कहने या समझाने से ये समझें. फिर मैं देखता हूं कि कुछ चीजें डीप रूटेड होती हैं, उनको बदलना मुश्किल होता है. 

Advertisement

शान आगे कहते हैं, मैं ये भी देखता हूं कि अगर किसी चीज पर कोई रिएक्ट न करे, तो सामने वाले को और हिम्मत मिल जाती है. उन्हें लगता है कि वो कुछ भी कह सकते हैं. ईद वाले पोस्ट पर मेरे करीबियों ने कहा भी कि क्यों जस्टिफाई कर रहे हो. मुझे लगा कि अगर किसी को गलतफहमी है, तो उसे क्लीयर करने में कोई दिक्कत नहीं है. 

 

 

सोशल मीडिया पर एक्टिव होने के मेरे दो कारण हैं. यह यूथ का प्लैटफॉर्म है. मैं खुद दो टीनएज लड़कों का पिता हूं. ऐसे में मैं जानना चाहता हूं कि हमारे समाज में यूथ कहां जा रहे हैं. आज के यूथ किस तरह के सोच रखते हैं, उनके क्या विचार है ताकि मैं अपने बच्चों की मनोस्थिती को समझ पाऊं. दूसरा कारण यूथ ही हमारे देश का भविष्य माने जाते हैं, उनके साथ कनेक्ट रहना हमारी सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी बनती है. मैं इसलिए अपने सोशल मीडिया पर पॉजिटिव रहता हूं, कोशिश होती है, एक दूसरे से जुड़कर कुछ नया सीख सकूं.

शान कहते हैं, मैं यहां किसी बंटवारे या पोलराइज्ड थॉट को प्रमोट नहीं करने आया हूं. मुझे समझ नहीं आता कि ये सोच आखिर आई कहां से है. कैसे आप जनरलाइज कर सकते हैं. किसी एक इंसान को पकड़कर पूरे कौम को बदनाम कर दोगे, ये कहां से सही है. अब मैं ये बोलूं कि कितने हार्डलाइन हिंदू आ गए हैं, तो इसका मतलब यह नहीं न कि कुछ लोगों की वजह से हमारा हिंदू धर्म खराब हो गया है. हर धर्म में अच्छे या बुरे लोग होते हैं. आप चंद लोगों की वजह से पूरी कम्यूनिटी को गाली दे रहे हैं, वो गलत है न. मैं क्या पहना हूं, मेरा क्या सोच है, मैं किसी धर्म को कैसे सेलिब्रेट कर रहा हूं, ये पूरी तरह मेरी मर्जी है. मैं थोड़े न बदल जाउंगा न उससे. मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा है कि क्या हो रहा है. हमारे गुरू परमाहंस जी ने एक बात कही है कि जितने लोग, उतने रास्ते... हर छोटी बात पर धमकी मिलने लगती है. किसी ने मुझे मेसेज कर कहा, 'मैं आपका इतना बड़ा फैन रहा हूं लेकिन अब अनफॉलो कर रहा हूं...' किसी ने लिखा, 'इसकी क्या जरूरत थी', 'गलत किया है आपने..' अब मैं इन मेसेज पर क्या ही रिएक्ट करूं. 

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement