फिल्म इंडस्ट्री के दो दिग्गज,धर्मेंद्र और लता मंगेशकर के बीच गहरा रिश्ता था. लता मंगेशकर तो आज हमारे बीच नहीं रहीं, लेकिन उनकी यादें सभी के जहन में हमेशा बनी रहेंगी. धर्मेंद्र और लता के बीच भाई-बहन का रिश्ता था. पिछेल 3-4 सालों से दोनों के बीच काफी बातें होती थीं. लेकिन क्या आपको पता है धर्मेंद्र की लता दीदी संग आखिरी बात अधूरी रह गई थी.
लता से आखिरी बार कब हुई धर्मेंद्र की बात?
इसका खुलासा धर्मेंद्र ने आजत तक के खास कार्यक्रम 'श्रद्धांजलि: तुम मुझे भुला ना पाओगे' में किया. लता मंगेशकर जब अस्पताल में भर्ती थीं तब धर्मेंद्र ने उनसे फोन पर बात करने की कोशिश की थी. धर्मेंद्र ने कहा- लता जी अस्पताल में थीं. डॉक्टर हमारा दोस्त है, मैंने कहा लता जी से हैलो करवा दो. तो उषा जी को उसने फोन दिया. उन्होंने कहा, वो अभी बात नहीं कर पाएंगी, अभी गले से उन्हें सांस दी जा रही है. फिर मैंने कहा अच्छा रहने दो. फिर बात नहीं हो पाई. कोशिश तो मैंने की. वो प्यारे लम्हें हमेशा याद रहेंगे.
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लता के नाम धर्मेंद्र का आखिरी संदेश
धर्मेंद्र ने लता दीदी के नाम आखिरी संदेश भी कहा. वे कहते हैं- लता जी काश यादों में जान होती, आवाज देकर बुला लेता. पास बैठा लेता आपकी सुनता अपनी सुनाता. बहुत याद आएंगी आप, बहुत ज्यादा. अगर यादों में जान हो ता मैं तो बुला लूं.
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धर्मेंद्र को गिफ्ट भेजा करती थीं लता मंगेशकर
धर्मेंद्र बोले- लता मंगेशकर 3-4 साल से मुझे कोई ना कोई गिफ्ट भेजती रहती थीं. उनके दिल में मेरे लिए बहुत प्यार था. वो साफ साफ बातों को कह देती थीं. दिल में नहीं रखती थीं. मेरे से सबों से ज्यादा प्यार करती थीं. उनकी कमी कोई पूरी नहीं कर सकता. लता दीदी मेरे बच्चों और फैमिली के बारे में भी पूछती थी. वो इंसान पहले थीं इसलिए महान सिंगर थीं.