इस बात को 25 साल से ज्यादा हो चुके हैं जब 'मुसु मुसु हासी' गाने में मॉडल-एक्टर डीनो मोरिया को देखने के बाद लड़कियों को उनपर क्रश हो गया था. डीनो की डेब्यू फिल्म 'प्यार में कभी कभी' (1999) का ये गाना फिल्म की रिलीज से पहले ही जबरदस्त पॉपुलर हो चुका था. बॉक्स ऑफिस पर इस फिल्म ने चाहे बहुत जोरदार कमाई न की हो, मगर इससे डीनो की पॉपुलैरिटी बहुत जबरदस्त हो गई थी.
अब डीनो ने बताया है कि पहले तो वो इस फिल्म में काम करने से हिचक रहे थे, मगर इस फिल्म ने उनकी ऐसी पहचान बनाई कि लड़कियों में उन्हें लेकर 'पागलपन' जैसा माहौल बन गया था. उन्होंने ये भी बताया कि इस फिल्म के प्रोड्यूसर उनका नाम बदलना चाहते थे, मगर उन्होंने इससे इनकार कर दिया था.
सिद्धांत बनने वाले थे डीनो मोरिया
सिद्धार्थ कन्नन के साथ बातचीत में डीनो मोरिया ने बताया कि 'प्यार में कभी कभी' के प्रोड्यूसर शैलेंद्र सिंह ने उन्हें नाम बदलने की सलाह दी थी, जो फिल्म में उनके कैरेक्टर का भी नाम था. प्रोड्यूसर ने उन्हें कहा था, 'ये डीनो क्या है? डीनो मोरिया कैसा नाम है?'
डीनो ने बताया, 'मुझे लगा कि सबको मेरा नाम पता है, आप मेरा नाम क्यों बदलना चाहते हैं? अगर मैं जाकर सिद्धांत बनकर खुद को इंट्रोड्यूस करूंगा, तो लोग कन्फ्यूज हो जाएंगे.' डीनो ने कहा कि उनके दिमाग में ये बात इस तरह घर कर गई थी कि एक वक्त वो खुद अपना नाम बदलने की बात सोच रहे थे. लेकिन फिर उन्होंने तय किया कि वो ऐसा नहीं करेंगे.
डीनो की जैकेट खींचने लगीं लड़कियां, शरीर पर आ गईं खरोंचें
इस बातचीत में डीनो ने बताया कि पहली फिल्म प्रमोट करना बहुत एक्साइटिंग था और फिल्म में काम करने वाले ज्यादातर न्यू कमर्स के लिए ये एक बहुत नई और अफरातफरी भरी चीज थी. ऊपर से लोगों में राजेश खन्ना की बेटी और ट्विंकल खन्ना की बहन, रिंकी खन्ना को स्क्रीन पर देखने की भी एक्साइटमेंट थी जिन्होंने 'प्यार में कभी कभी' से डेब्यू किया. डीनो ने बताया, 'प्रमोशंस बहुत क्रेजी थे. पागलपन चल रहा था. गाने पहले ही आ चुके थे. हम नए लोग थे, तो क्युरियोसिटी भी बहुत थी. ये उस समय की ट्रेडिशनल फिल्मों से अलग भी थी.'
लड़कियों में अपने क्रेज का किस्सा बताते हुए डीनो ने कहा, 'मुझे कोलकाता का प्रीमियर याद है, थिएटर्स के बाहर लड़कियों ने मेरी जैकेट खींचनी शुरू कर दी थी. मेरी बॉडी पर स्क्रैच आ गए थे. मैंने खुद से कहा- ये अलग तरह का पागलपन है.' डीनो ने बताया कि फिल्म रिलीज होने के वक्त जब वो अपने होमटाउन बेंगलुरु पहुंचे तो वहां भी उन्होंने ऐसा ही 'पागलपन' देखा.
हालांकि, इस क्रेज के बावजूद डीनो की डेब्यू फिल्म कुछ खास कमाल नहीं कर पाई और उन्हें फिल्म ऑफर्स के लिए स्ट्रगल करना पड़ा. डीनो ने इसे 'फिल्म इंडस्ट्री का अनप्रेडिक्टेबल नेचर' बताया. उन्होंने कहा, 'फिल्म को लेकर जोरदार क्रेज होने के बावजूद ये बॉक्स ऑफिस पर बहुत अच्छी नहीं चली. मैं हैरान था, कुछ भी नहीं हो रहा था और मुझे फिल्में भी नहीं मिल रही थीं.'