scorecardresearch
 

सुशांत की मौत के बाद एक्टिवेट हुआ था दिशा सालियन का फोन? पर‍िवार ने बताया सच

दिशा सालियन की मौत 8 जून को देर रात हुई थी. उनकी मौत के बाद सुबह-सुबह मुंबई पुलिस ने उनका फोन जब्त कर लिया था. सूत्रों के मुताबिक, क्यूंकि दिशा के माता-पिता और मंगेतर रोहन रॉय को किसी प्रकार का शक नहीं था इसलिए कानून और प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने फोन को अपने पास ही रखा.

Advertisement
X
सुशांत सिंह राजपूत
सुशांत सिंह राजपूत

सुशांत सिंह राजपूत और उनकी पूर्व मैनेजर रहीं दिशा सालियन की मौत के बीच कनेक्शन को ढूंढा जा रहा है. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद दिशा सालियन का फोन एक्टिवेट हुआ था, जिसपर शक जताया जा रहा है. अब आजतक से बातचीत में मुंबई पुलिस और दिशा सालियन के माता-पिता ने बताया है कि फोन को जांच के लिए एक्टिवेट किया गया था और इसमें कोई साजिश नहीं जुड़ी है. 

Advertisement

दिशा सालियन की मौत 8 जून को देर रात हुई थी. उनकी मौत के बाद सुबह-सुबह मुंबई पुलिस ने उनका फोन जब्त कर लिया था. सूत्रों के मुताबिक, क्यूंकि दिशा के माता-पिता और मंगेतर रोहन रॉय को किसी प्रकार का शक नहीं था इसलिए कानून और प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने फोन को अपने पास ही रखा.

14 जून को सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड कर लिया था. उनकी मौत की रात तक ये खबर आई कि दिशा सालियन ने उनसे लगभग एक हफ्ते पहले ने सुसाइड किया था. दिशा, सुशांत की पूर्व मैनेजर रही थीं. कई खबरों के जरिए इन दोनों की मौत को जोड़ने की कोशिश की गई और सवाल भी उठाए गए. माना जा रहा था कि दोनों के बीच कोई कनेक्शन हो सकता है. 

Advertisement

मुंबई पुलिस के पास था दिशा का फोन

इसीलिए 15 जून को मालवानी पुलिस के अधिकारीयों ने दिशा के मंगेतर रोहन रॉय को पुलिस स्टेशन बुलाया. सीनियर पोलिसर अफसर, इंस्पेक्टर से लेकर ACP तक वहां मौजूद थे. इसके बाद पुलिस और रोहं कि सामने दिशा सालियन के फोन वाला सील पैकेट खोला गया. फोन का लॉक खोला गया और दिशा के सोशल मीडिया अकाउंट्स को चेक किया गया. इसके लिए पुलिस को इंटरनेट का इस्तेमाल करना पड़ा. पुलिस ने दिशा के हर सोशल मीडिया अकाउंट, व्हाट्सएप, कॉल और दूसरी जानकारी इक्कट्ठी की. इन सभी के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल हुआ. ये सारी चेकिंग सीनियर अफसरों और रोहन रॉय के सामने हुआ. 

बताया जा रहा है कि पुलिस की फोन चेकिंग के दौरान जो कॉल दिशा के फोन पर आए थे वो सिर्फ प्राइवेट कंपनी के थे, जो उन्हें बीमा बेचना चाहती थी. दिशा ने अपनी मौत से लेकर पिछले कुछ दिनों में जितनी भी वीडियो कॉल्स की थीं, उनको भी चेक किया गया. पुष्टि करने के लिए पुलिस ने उन सभी लोगों को दोबारा कॉल किया, जिनसे दिशा ने बात की थी.

ये सारी चेकिंग 2 दिन में हो गई थी. सारी चेकिंग खत्म होने के बाद पुलिसवालों से सभी सीनियर अफसरों और रोहन रॉय के सामने फोन को दोबारा सील बैग में रखा दिया था. 19 जून को फोन आगे की जांच के लिए FSL को दे दिया गया. कानून और प्रोटोकॉल के मुताबिक, पुलिस इस तरह से जांच और चेकिंग कर सकती है. वो फोन खोलकर डिटेल्स चेक कर सकती है. इसमें कुछ भी गलत नहीं है.

Advertisement

इस लिए दिशा सालियन के फोन के खुलने और सुशांत की मौत के बाद एक्टिवेट होने की बात में कोई साजिश नहीं है और ना ही कोई गलत बात है. दिशा के माता-पिता ने भी बताया है कि 15 जून को रोहन रॉय पुलिस थाने गए थे और वहां उनके सामने फोन की चेकिंग हुई थी.

 

Advertisement
Advertisement